अर्की/शहनाज
उपमंडल अर्की के मुख्यालय में स्थित मुख्य अस्पताल में बीएमओ ,ऑर्थो स्पेसलिस्ट का व ऑप्थोलमिक असिस्टेंट के तीन रिक्त पद रिक्त होने की हिमाचल आज तक पर खःबर लगते ही अर्की में बीएमओ ओर हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती से लोगो ने स्थानीय विधायक की कार्यशैली की भूरी भूरी प्रशंसा की है।
ज्ञात रहे कि अर्की अस्पताल में तीन माह से बीएमओ का पद ऑर्थो स्पेसलिस्ट व ऑप्थोलमिक असिस्टेंट के पद काफी समय से रिक्त चल रहे है। इस खबर को हिमाचल आज तक द्वारा पिछले कई दिनों से प्रमुखता से उठाया जा रहा था। इस खःबर पर मुख्यमंत्री स्थानीय विधायक व विभाग ने संज्ञान लेते हुए अर्की अस्पताल में तुरन्त बीएमओ पद हेतु अधिकारी नियुक्त कर दिया है। विधायक सरकार व विभाग की इस कार्य के लिए प्रशंसा हो रही साथ ही लोगो की मांग है कि अन्य दो पद भी तुरन्त भरे जाएं।
मुख्य खःबर।
अर्की
उपमंडल अर्की के मुख्यालय में स्थित मुख्य अस्पताल में बीएमओ ,ऑर्थो स्पेसलिस्ट का व ओपथोलिक असिस्टेंट के तीन रिक्त पद स्थानीय नेताओ की दिख नही रहे है । पता नही कब नेताओ को ये तीन रिक्त पद दिखेंगे व स्थानीय नेता सरकार तथा स्वास्थय विभाग इन पदों को भरेगा।
ज्ञात रहे कि अर्की अस्पताल में तीन माह से बीएमओ का पद रिक्त चल रहा है। तथा इस पद का कार्यभार मेडिसन स्पेशलिस्ट को सौंपा गया है। जिसे अपने कार्य के साथ कार्यकारी बीएमओ का कार्य भी सम्भालना पड़ रहा है। जिससे एक ओर प्रशासनिक व फाइनेंशियल कार्य बाधित हो रहे है।साथ ही प्रतिदिन कोई न कोई शिविर या बैठक चली रहती है।जिसके चलते उक्त चिकित्सक अस्पताल आये मरीजो को पूर्ण भी समय नही दे पा रहा है।दूसरी तरफ जिस भी ऑर्थो स्पेशलिस्ट के आदेश अर्की अस्पताल के होते है वो सरकारी व विभाग के आदेशों की धज्जियां उड़ा कर अपनी राजनीति पैठ के चलते अपनी मनचाही जगह अपनी एडजस्टमेंट करवा लेता है। इस बार भी ऑर्थो स्पेशलिस्ट के आदेश हुए दो माह हो गए है लेकिन अभी तक उसके द्वारा ज्वाइन न करने के चलते यह पद रिक्त है।
वहीं अर्की अस्पताल से ओपथोलिक असिस्टेंट को स्थानांतरित हुए लगभग दो वर्ष हो गए है। परन्तु आजतक यह पद भी रिक्त पड़ा है।
जिससे कारण अस्पताल आने वाले मरीजों व उनके सहयोगियों में रोष पनप रहा है। लोगो का कहना है कि पहले पर्ची बनवाने के लिए आधे से एक घण्टा लाइन में खड़े रहना पड़ता है। फिर चिकित्सको के पास लाइन लगानी पड़ती है क्योकि उक्त चिकित्सक/ कार्यकारी बीएमओ प्रशासनिक कार्यो से व्यस्त होता है ।
ज्ञात रहे कि अर्की अस्पताल में प्रतिदिन
मेडिसन की 300,नाक कान की 60,सर्जरी की 45, पेट सम्बंधित रोग की 35, आंखों के रोग की 45, स्किन रोग की 165 व गायनी 230 की कुल मिलाकर 880 ओपीडी होती है। जिसमे सबसे ज्यादा मेडिसन की ओपीडी होती है। साथ ही ऑर्थो स्पेशलिस्ट न होने के कारण लोग अर्की अस्पताल में नही आते है या फिर शिमला रैफर कर दिए जाते है। लेकिन विभाग व स्थानीय नेताओं को यह दिखाई नही दे रहा है। ऊपर से जिला सोलन में बैठे जिला स्वास्थय अधिकारी सोलनअजय पाठक से दूरभाष द्वारा जानकारी हेतु सम्पर्क साधने की कोशिशें की गई परन्तु उनके द्वारा फोन नही उठाया गया। लोगो ने स्थानीय सत्तासीन नेताओ व सरकार से मांग की है। ओपीडी की संख्या देखते हुए शीघ्र तीनो पद भरे जाएं। ताकि लोगो का स्थानीय विधायक एवम सरकार पर विश्वास बना रहे।




