सोलन ( बद्दी )
पवन कुमार सिंघ
पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन परियोजना की धीमी गति से कार्य करने के कारण लोगों और उद्योगों को परेशानी हो रही है। सांसद सुरेश कश्यप ने संसद में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि फोरलेन का कार्य वर्ष 2021 में शुरू हुआ था और इसे इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरा करना था, लेकिन अभी तक केवल 30% कार्य हुआ है। यह परियोजना भारत माला परियोजना के तहत चल रही है और इसके लिए 469 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
समस्या के कारण:
- धीमी गति: फोरलेन का कार्य धीमी गति से चल रहा है, जिससे लोगों और उद्योगों को परेशानी हो रही है।
- ट्रैफिक जाम: फोरलेन के अधूरे काम के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ रही है।
- उद्योगों पर प्रभाव: बीबीएन में ढाई-तीन हजार उद्योग चल रहे हैं, जिनका कार्य फोरलेन की धीमी गति के कारण प्रभावित हो रहा है।
क्रियान्वयन की स्थिति: - नया लक्ष्य: अब इस परियोजना को अगस्त 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- मरम्मत कार्य: एनएचएआई ने फोरलेन की मरम्मत के लिए 5 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है और कार्य शुरू कर दिया गया है





