अर्की आजतक
कराड़ा गली से गांव बरसनू तक बस सेवा प्रारंभ करने बारे उपमंडल अधिकारी नागरिक अर्की के माध्यम से उपायुक्त सोलन को देवीलाल कॉरपोरेटर सेक्टर के अध्यक्ष के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग के दाड़लाघाट उप मंडल द्वारा कराड़ा गली के गांव बरसनू तक प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत लगभग 6 किलोमीटर सड़क निर्मित की गई है। इस सड़क को 2015 में पास कर दिया गया था। तथा उसी समय इस मार्ग पर बस सेवा प्रारंभ करने के लिए गांव छाम्ब, चल्यावन, बरसनू,पज्यारा तथा बनोग वासियों द्वारा मांग की गई थी व वर्ष 2018 में तत्काली परिवहन मंत्री के समक्ष भी लोगों द्वारा मांग रखी गई थी परंतु परिवहन निगम के शिमला व सोलन के क्षेत्रीय प्रबंधन द्वारा लोगों की मांग पर कोई ध्यान नही दिया गया। उन्होंने बताया कि उपरोक्त गावँ के काफी संख्या में कर्मचारी, स्कूल- कालेज के विद्यार्थी एवं अन्य ग्रामीणों को लगभग छः किलोमीटर का पैदल सफर कर जंगली रास्ते से आना जाना पड़ता है। व जंगल मे काफी संख्या में तेंदुए व अन्य जंगली जानवर विचरण करते रहते है। आये दिन लोगों का सामना होता रहता है तथा जानवरो के आक्रमण का भय बना रहता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के शिमला व सोलन के प्रबंध को द्वारा लोगों की मांग को अनसुना करने के कारण माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी व प्रबंधन को निर्देश दिए गए थे कि मामले को 4 सप्ताह में निपटारा करें माननीय न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में प्रबंध निदेशक परिवहन विभाग द्वारा क्षेत्रीय प्रबंध सोलन यूनिट को 6 जुलाई 2022 को कराड़ा गली बरसनू रूट पर बस सेवा प्रारंभ करने के आदेश दिए गए थे । जिसकी प्रतिलिपि उन्होंने ज्ञापन के साथ भी दी है उन्होंने कहा कि इस रूट के लिए बस भी उपलब्ध करवाई गई थी। परंतु क्षेत्रीय प्रबंधक सोलन द्वारा पिछले 1 वर्ष से आदेशों की अवहेलना करते हुए रूट पर सेवा प्रारंभ करने में टालमटोल व बहानेबाजी की जा रही है। उन्होंने कहा कि रोड जो कराड़ा गली से बरसनू है 6 किलोमीटर है उसमें लगभग 5 किलोमीटर तक बस व ट्रक चलाने योग्य है। उन्होंने कहा कि बस सुविधा ना मिलने से ग्रामीणों में भारी रोष है उन्होंने कहा कि 1 अगस्त 2023 से अवकाश उपरांत शिक्षण संस्थान खुल गए हैं तथा बच्चों को फिर से घातक जंगली जानवरों से भरे जंगल के रास्ते से 6 किलोमीटर का सफर पैदल करना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि समस्या के मद्देनजर ग्रामीणों की प्रशासन से मांग है कि कराड़ा गली से बरसनू तक 3 सप्ताह के भीतर बस सेवा आरंभ नहीं जाय अन्यथा लोगों को मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 205 को भी धरना देकर अवरुद्ध करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। जिसके लिए परिवहन विभाग व जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। इस मौके पर उनके साथ कोटलु पंचायत के उपप्रधान अतरू राम भट्टी, धनी राम, अमर सिंह, कैलाश, बलदेव दीपराम सहित अन्य ग्रामीण थे।