अर्की आजतक
दाड़लाघाट
नवगांव के गांव डवारु में चल रही श्रीमद भागवत कथा व्यासपीठ पर आसीन आचार्य कृष्ण कौशल ने भागवत कथा के चौथे दिन प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जैसे-जैसे मनुष्य की आयु बढ़ती जाती है,भगवान उसे बार बार सम्मन भेजते है अर्थात आगाह करते है कि तुम संभल जाओ,समझ जाओ। लेकिन मनुष्य भगवान के इन संकेतों को नहीं समझता और उन्हें दरकिनार करते हुए खुद को गलत कार्यों में संलिप्त रखता है,वह जानबूझकर निर्दोष को लज्जित और प्रताड़ित करता रहता है। वह संसार की मोहमाया को छोड़ नही पाता। उन्होंने पांडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं को उपदेश दिया कि उम्र के साथ मनुष्य को सांसारिक बंधनों से स्वयं को मुक्त कर देना चाहिए और प्रभु सिमरन करते रहना चाहिए। कथा में आचार्य कृष्ण कौशल ने विस्तृत रूप से भागवत कथा पर चर्चा करते हुए कई भक्ति गीतों का गुणगान किया। प्रभु आरती कर कथा को विराम दिया गया। पंचायत नवगांव के गांव डवारु में ग्रामीण द्वारा भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है। पंचायत प्रधान नवगांव कृष्ण देव गौतम ने बताया कि भागवत से सारा क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। इस आयोजन में स्थानीय लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे है।