कसौली
पवन कुमार
परवाणू के कामली गाँव के लोग उद्योगों से निकलने वाले गंदे पानी व् केमिकल से पिछले लम्बे समय से परेशान चल रहे हैं | ग्रामवासियों की माने तो सेक्टर 6 सेक्टर 3 व् अन्य सेक्टरों के उद्योगों के द्वारा छोड़ा जा रहा गन्दा पानी गांव की फसलों को लगता है जिस से फसलों का नुक्सान हो रहा है | उनके द्वारा कई बार इसकी शिकायत प्रदूषण विभाग से भी की गयी है परन्तु अभी तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है | रविवार को भी ग्रामवासियों द्वारा गांव की तरफ आने वाले पानी में गंदगी व् झाग पाए जाने पर वीडियो व् फोटो प्रदूषण विभाग को भेजे गए | जिस पर प्रदूषण विभाग के उप-विभागीय अधिकारी अनिल शर्मा ने तुरंत अपने अधिकारीयों को मौके पर भेज कर पानी के नमूने एकत्र करने के निर्देश दिए | प्रदूषण विभाग की टीम के मौके पर पहुँचने पर ग्रामवासियों ने उन्हें अपनी समस्या बताई तथा किसी बड़े कॉस्मेटिक बनाने वाले उद्योग द्वारा केमिकल छोड़े जाने की बात कही | अधिकारीयों ने पानी के नमूने लिए तथा आश्वासन दिया की जल्द सभी उद्योगों की जाँच कर इस समस्या को दूर किया जायेगा | बता दें की कामली गांव का अधरक व् लहसुन बहुत ही बेहतरीन किस्म का था परन्तु उद्योगों की गंदगी के चलते केवल धान व् गेंहूं की फसल ही उगाई जा रही है | ग्रामवासियों का कहना है की उद्योगों की गंदगी के चलते अब इस जमीन अदरक व् लहसुन की उपज नहीं कर पा रहे हैं | और ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में यह जमीन गेहूं व् धान के लायक भी नहीं रह जाएगी | इस बारे में बात करने पर उप विभागीय अधिकारी अनिल शर्मा ने बताया की उन्हें पानी में केमिकल छोड़े जाने की शिकायत मिली थी जिस पर उन्होंने अपनी टीम को भेज कर पानी के नमूने एकत्र किये हैं जिन्हे कल लैब में टेस्ट के बाद पानी की गुणवत्ता का पता किया जायेगा | उन्होंने बताया की यह एक गंभीर समस्या है तथा हम परवाणू के उद्योगों का निरीक्षण कर इस समस्या का निदान करने का प्रयास करेंगे |