अर्की
हिमाचल प्रदेश में संयुक्त पटवारी एवं कानूनगो महासंघ के बैनर तले पटवारी और कानूनगो अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। 28 फरवरी से जारी इस हड़ताल के कारण प्रदेशभर में राजस्व कार्य प्रभावित हो रहे हैं, वहीं अर्की तहसील में भी पटवारखानों में ताले लगे हुए हैं।
महासंघ की मुख्य मांगों में पटवारी-कानूनगो का जिला कैडर बरकरार रखना, राज्य कैडर के नाम पर वरिष्ठता सूची में छेड़छाड़ न करना, पूरे राज्य में पैमाइश पद्धति को एकरूप करना, पटवार भवनों की मरम्मत कर उन्हें रहने योग्य बनाना, वेतन विसंगतियों को दूर कर दशकों पुराने भत्तों में बढ़ोतरी करना और नायब तहसीलदार के लिए कानूनगो की पदोन्नति कोटा 60% से बढ़ाकर 80% करना शामिल है।
इसके अलावा महासंघ ने बलवान कमेटी की सिफारिशों को तुरंत लागू करने, पटवारखानों में कंप्यूटर, प्रिंटर, इंटरनेट, बिजली और पानी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा रिक्त पदों को भर्ती एवं पदोन्नति के माध्यम से भरने की मांग उठाई है, न कि सेवानिवृत्त कर्मियों की पुनर्नियुक्ति के जरिए।
अर्की तहसील में भी इस हड़ताल का असर साफ दिख रहा है। स्थानीय पटवारी और कानूनगो कार्यालयों में ताले लटके हुए हैं, जिससे आमजन को अपने भूमि संबंधी कार्यों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताली कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रदेशभर के पटवारी-कानूनगो इस हड़ताल को जारी रखते हुए सरकार से जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं, ताकि राजस्व कार्यों को सामान्य किया जा सके।