कुनिहार
कंक्रीट के जंगल बढ़ने से, यानी शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण वर्तमान में जंगली जानवरों के प्राकृतिक आवास कम होते दिखाई दे रहे हैं। जिससे अब जंगली जीव जंतु रिहायशी इलाकों के आस पास अक्सर दिखाई दे रहे हैं। कुछ ऐसा ही मंजर आजकल कुनिहार क्षेत्र के आस पास दिखाई दे जाएगा । क्षेत्र के आस पास के फैले जंगलों से अब जानवर रिहायशी इलाकों व गांव के आस पास दिखाई दे रहे हैं। रात्रि में अक्सर वाहन चालकों को कोई न कोई जंगली जानवर सड़क में टहलता दिखाई दे जाता है। सबसे बड़ी परेशानी की यह बात है कि इन जंगली जानवरों में अब तेंदुए तक के सड़क किनारे टहलता अथवा पैराफिट के ऊपर बैठा दिखाई दे जाता है। गत दो तीन दिनों से कुनिहार क्षेत्र के साथ लगते बनिया देवी से बांवा बाडी माँर्ग में ग्रामीणों को तेंदुआ दिखाई दे रहा है। जिससे ग्रामीण ख़ौफ़ज़दा है। उन्होंने कहा कि रात्रि के दौरान गांव काउंटी, बनिया देवी, बडोर घाटी आदि गांव के साथ लगती पहाड़ियों से अक्सर तेंदुए को सड़क में उतरते देखा है। अभी तक तेंदुए ने किसी भी पालतू मवेशियों पर हमला तो नही किया। लेकिन फिर भी ग्रामीण अपने मवेशियों को लेकर भी चिंतित हैं। उन्होंने वन मंडल कुनिहार से आग्रह किया कि उक्त गांव के साथ लगती पहाड़ियों से आने जाने वाले तेंदुए पर गहनता से नजर रखी जाए। यदि विभाग आवश्यक समझे तो उसे पकड़ा जाए। ताकि ग्रामीण राहत की सांस ले सके।





