November 17, 2025 5:49 pm

मां महागौरी की पूजा कैसे करें? इस दौरान क्या भोग लगाएं और किस मंत्र का जप करें?

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भार्गव


शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की आराधना के पर्व नवरात्र के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इनकी पूजा से भक्त को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। मां सौभाग्य और मानसिक शुद्धता की देवी मानी जाती हैं। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और मां की आरती करें।

शारदीय नवरात्र का आठवां दिन। इस दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप यानी मां महागौरी की पूजा की जाती है। मां का वर्ण पूर्णतः गौर है। शास्त्रों में उनकी की उपमा शंख, चंद्र और कुंद के फूल से दी गई है। इतना ही नहीं मां के समस्त वस्त्र एवं आभूषण भी श्वेत हैं। इसलिए महागौरी कहलाती हैं।

मां महागौरी का स्वरूप
तांत्रिक आचार्य लक्ष्मण चौबे मां के स्वरूप के बारे में कहते हैं की उनकी चार भुजाएं हैं। इनका वाहन वृषभ है। मां का ऊपर का दाहिना हाथ अभय मुद्रा जबकि नीचे वाले दाहिने हाथ में त्रिशूल धारण की हुई हैं। बाएं हाथ में डमरू और नीचे का बांया हाथ वर मुद्रा है।

मां महागौर की पूजा कैसे करें?
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र पहनें।
पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और मां महागौरी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
घी का दीपक जलाएं और मां को रोली, चंदन, अक्षत, धूप और पीले फूल अर्पित करें।
मां को नारियल, पूड़ी, चना और हलवे का भोग लगाएं।
दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और मां की आरती करें।

मां महागौर की पूजा का फल
मां महागौरी की पूजा से गृहस्थ जीवन में खुशहाली और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
मां की कृपा से जीवन में आ रही विपदाओं से छुटकारा और मानसिक शुद्धता प्राप्त होती है।
मां महागौरी की पूजा से बिगड़े काम भी बनने लगते हैं और सभी बीमारियों से मुक्ति मिलती है।

महागौरी मंत्र क्या है?
मां महागौरी का मंत्र: ॐ देवी महागौर्यै नमः
ध्यान मंत्र: श्वेते वृषेसमारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः। महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोददा॥
आरती: मां महागौरी की आरती करने से मां की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

कन्या पूजन जरूर करें
महाष्टमी के दिन कन्या पूजन करना शुभ माना जाता है।
कन्याओं को प्रेमपूर्वक भोजन कराने से मां महागौरी की कृपा प्राप्त होती है।

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