Month: May 2025

  • कैसा रहेगा आज आप का दिन,पढ़ें अपना सम्पूर्ण राशिफ़ल

    कैसा रहेगा आज आप का दिन,पढ़ें अपना सम्पूर्ण राशिफ़ल

    राशिफल (भार्गव)

    मेष
    26-05-2025

    ♈ मेष :

    यदि आप राजनीति या सामाजिक जीवन से जुड़े हुए हैं, तो आपके लिए आज का दिन शुभ है। आयात-निर्यात, विदेशी कार्य-व्यापार तथा विदेश यात्रा के लिए भी बेहतर समय है। आज आप भाग्य से अधिक कर्म पर भरोसा करें। जुआ-सट्टा आदि से दूर रहें। जीवनसाथी से मतभेद उत्पन्न होने के संकेत लगातार मिल रहे हैं। अतः स्वयं को शांत रखें और उनके साथ कुछ समय व्यतीत करें। घर के साजो-सामान पर व्यय हो सकता है। आपको भाई-बहनों का पूर्ण सहयोग मिलने के प्रबल आसार हैं।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली अंक: 7

    भाग्यशाली रंग: गेरू रंग

    वृष
    26-05-2025

    ♉वृषभ :

    आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। आप अपने प्रिय द्वारा कही गयी बातों के प्रति काकी संवेदनशील होंगे। बहन का स्नेह आपको प्रोत्साहन देगा। नए काम मिल सकते हैं। वैवाहिक जीवन काफी बेहतर रहने की संभावना है। अपने जीवनसाथी से भरपूर प्रेम व सहयोग मिलने की उम्मीद आप रख सकते हैं। आपका प्रतिस्पर्धी स्वभाव आपको जीत दिलाने में सहयोग देगा। घर का माहौल हरा भरा रहेगा। अपने साथी के साथ बाहर जाते वक़्त ठीक तरह से व्यवहार करें।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर पूर्व

    भाग्यशाली अंक: 9

    भाग्यशाली रंग: नारंगी रंग

    मिथुन
    26-05-2025

    ♊ मिथुन :

    आपका दिन अनुकूल रहने वाला है।आज आप अपने भविष्य की रूप रेखा बनायेंगे। वर्क फ्रॉम होम कर रहे लोगों को आज अपने जूनियर से सहायता लेनी पड़ेगी। फिजूल के खर्चे कम होने से आपकी आर्थिक स्थिति और मजबूत रहेगी। छात्र किसी सवाल का जवाब ऑनलाइन जानने की कोशिश करेंगे। आपका अनुभव आज पूरे दिन आपको सफलता दिलाता रहेगा।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली अंक: 5

    भाग्यशाली रंग: नीला रंग

    कर्क
    26-05-2025

    ♋ कर्क :

    आज स्थिति कुछ खराब रह सकती है। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है, फलस्वरूप कामों को सही ढंग से करने में आप स्वयं को थका हुआ महसूस कर सकते हैं। खान-पान पर संयम रखकर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं। आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। कार्यों में सफलता मिलेगी। आर्थिक लाभ के अवसर मजबूत होंगे। आपकी सुख-सुविधाओं की वृद्धि होगी। किन्तु घरेलू मामलों में सावधानी से काम लें।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण पश्चिम

    भाग्यशाली अंक: 1

    भाग्यशाली रंग: हल्का नीला

    सिंह
    26-05-2025

    ♌ सिंह :

    आज के दिन आपको अपने स्वतन्त्र अस्तित्व को बाजू पर रखना होगा। किसी बात को लेकर मन में उत्सुकता भी रहेगी। किसी व्यक्ति के साथ महत्वपूर्ण बातचीत भी हो सकती है। अपने गुस्से को काबू में रखने की पूरी कोशिश करें। फिर चाहे घर की अशांति का कारण आप ना भी हों, तो भी मानसिक शांति के लिए अपनी भावनाओं पर काबू रखें। आप घूमने-फिरने और पैसे ख़र्च करने के मूड में होंगे लेकिन अगर आपने ऐसा किया है तो बाद में आपको पछताना हो सकता है।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली अंक: 6

    भाग्यशाली रंग: चंदन सफेद

    कन्या
    26-05-2025

    ♍ कन्या :

    आज का दिन जीवन में सुनहरे पल लेकर आने वाला वाला है। दाम्पत्य जीवन में आपसी विश्वास के सहारे संबंधों में मजबूती आयेगी। आज आपकी वाणी ही आपका वरदान है। अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए घर के सदस्यों के साथ बैठ कर चर्चा करेंगे। साथ ही कुछ अच्छे आइडिया भी मिलेंगे।बुटीक का व्यवसाय करने वाली महिलाओं के लिए महिला आज का दिन राहतपूर्ण रहने वाला है। लवमेटस के लिए दिन सामान्य रहने वाला है।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर पूर्व

    भाग्यशाली अंक: 9

    भाग्यशाली रंग: हल्का पीला

    तुला
    26-05-2025

    ♎ तुला :

    आज आप में से कुछ चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। अपने साहस और संगठित कार्य के बल पर आप आसानी से उन पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। नौकरीपेशा जातकों को अधीनस्थों के कारण कुछ आकस्मिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। व्यापारियों के लिए लंबी दूरी की यात्रा लाभदायक साबित होगी। इससे भविष्य में अच्छे परिणाम आएंगे। प्रॉपर्टी, कमीशन आदि में लेन-देन करने वालों को वांछित परिणाम मिलेंगे। धन की आमद अच्छी रहेगी, लेकिन खर्च भी अधिक रहेगा।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिणपूर्व

    भाग्यशाली अंक: 4

    भाग्यशाली रंग: गहरा नीला

    वृश्चिक
    26-05-2025

    ♏ वृश्चिक :

    वृश्चिक राशि वाले अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए आपको मेहनत करनी पड़ेगी। कोई बड़ा फैसला लेने के बारे में आप सोचते हैं। संतान से जुड़ी कुछ बड़ी खबरें सामने आ सकते हैं। कार्य में बहुत बड़ा प्रोजेक्ट मिलने वाला है। अचानक आए ख़र्चे आर्थिक बोझ बढ़ा सकते हैं। इस बात का विशेष ध्यान रखें की आपके फैसले से ऐसी किसी व्यक्ति को दुःख न हो जो आप पर भावनात्मक रूप से निर्भर है।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली अंक: 8

    भाग्यशाली रंग: हल्का नीला

    धनु
    26-05-2025

    ♑ धनु :

    आज का दिन शानदार रहने वाला है। आज आप अपने आपको चुस्त-दुरुस्त महसूस करेंगे। मन में नई चीज़ों को जानने की उत्सुकता बनेगी। आज आपका ज्यादा समय परिवार वालों के साथ बीतेगा। आपके दिनचर्या में बदलाव आयेगा। आज आप घर पर ही कुकिंग का आनंद उठाएंगे। विद्यार्थियों के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। आज आप जीवनसाथी के मूल्य सम्मत मौलिक विचारों से बहुत प्रभावित होंगे। लवमेटस के लिए आज का दिन बहुत ही शानदार रहने वाला है।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली अंक: 4

    भाग्यशाली रंग: ग्रे रंग

    मकर
    26-05-2025

    ♑ मकर :

    आप अपने आत्मविश्वास को फिर से हासिल करेंगे और पूरे समर्पण के साथ काम में जुटेंगे जो सकारात्मक विकास को जन्म देगा। आप एक से अधिक प्रोजेक्ट में शामिल होंगे और समय की कमी भी महसूस कर सकते हैं। वित्तीय स्थिति में सुधार होना तय है और आपको आय का एक अतिरिक्त स्रोत भी मिल सकता है। यदि आप परीक्षा या प्रतियोगिता के माध्यम से अपनी स्थिति को बढ़ाना चाहते हैं, तो अपना ध्यान और समर्पण न खोएं। आपको अपने जीवनसाथी का पूरा साथ मिलेगा। प्रेम-संबंध मजबूत होंगे, स्वास्थ्य शुभ रहेगा।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली अंक: 2

    भाग्यशाली रंग: हरा रंग

    कुंभ
    26-05-2025

    ♒ कुंभ :

    लोगों की दखलअंदाजी वैवाहिक जीवन में परेशानी खड़ी कर सकती है। लेकिन शांत रहना आपके फायदे में साबित होगा। संवेदनशीलता में वृद्धि होगी। आपको पैसा मिल सकता है। आपका ईर्ष्यालु स्वभाव आपको उदास और दुःखी बना सकता है। आप लगभग निश्चित रूप से कुछ खरीद लेंगे। आप सपने देखने वाले विचारों को देख सकते हैं या आप कुछ ऐसा कर सकते हैं जो आपके पास हो। बिजनेस में नुकसान होने की आशंका है।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली अंक: 9

    भाग्यशाली रंग: लाल रंग

    मीन
    26-05-2025

    ♓ मीन :

    आज आपके सितारे बुलंद रहने वाले हैं। अचानक धनलाभ होने के योग बन रहे है। ऑफिस का काम घर पर ही पूरा करने में व्यस्त रहेंगे। अगर आप कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो अब अपनी योजयाओं को अमली जामा पहनाना शुरू करिए विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में लगेगा। दाम्पत्य जीवन में खुशियाँ आने से परिवार में उत्सव का माहौल बनेगा।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण पश्चिम

    भाग्यशाली अंक: 1

    भाग्यशाली रंग: गहरा पीला

  • 22 जून को होगा अंतराष्ट्रीय स्तर की बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन

    22 जून को होगा अंतराष्ट्रीय स्तर की बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन

    विनोद खाची कुमारसैन
    हिमाचल प्रोफैशनल बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष महेंद्र स्तान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की जयंती के मौके पर 22 जून को अंतराष्ट्रीय स्तर की बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन होगा। उन्होंने यह जानकारी नारकंडा में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश में बॉक्सिंग प्रतियोगिता को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने का विश्वास दिलवाया। उन्होंने युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने और स्थानीय स्तर पर खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने पर बल दिया। स्तान ने कहा कि भविष्य में बॉक्सिंग प्रतियोगिता और प्रशिक्षण शिविरों के आयोजन करने का आश्वासन दिया। इस मौक़े पर ज़िला परिषद् सदस्य उज्ज्वल सेन मेहता विशेष रूप से उपस्थित थे।

  • कुनिहार सिटी में आजकल कुछ अपराधीक घटनाएं होने से लोगों में बड़ी चिंता।

    कुनिहार सिटी में आजकल कुछ अपराधीक घटनाएं होने से लोगों में बड़ी चिंता।

    कुनिहार
    कुनिहार विकास सभा के मुख्य सलाहकार धनीराम तनवर प्रधान गोपाल पवर दीप राम ठाकुर नागेंद्र ठाकुर भागमल तंवर बाबूराम तंवर जगदीश ठाकुर बलबीर चौधरी सनी राघव ज्ञान ठाकुर ओम प्रकाश ठाकुर हेमराज‌‌ पंवर विनोद जोशी प्रेम राज चौधरी इत्यादि ने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि जैसा कि आजकल सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है कि कुनिहार सिटी में कुछ ऐसी घटनाएं हो रही है जिसे आम आदमी चिंता में है जैसा की शोसल मिडीया में पोस्ट द्वारा मालूम हुआ है कि किसी व्यक्ति द्वारा सिविल हॉस्पिटल कुनिहार से सिरिंज की चोरी करना और मुख्य सड़क पावर हाउस की साइड पर दुकान ‌के बाहर खड़ी हुई गाड़ी से टायरों का चोरी करना चिंता का विषय है इसलिए कुनिहार विकास सभा सीएमओ सोलन व बीएमओ अर्की से आग्रह करती है कि कुनिहार सिविल हॉस्पिटल में हर जगह सीटीबी कैमरे लगाऐ जाए अगर लगे हुए हो तो उन्हें दुरुस्त किया जाए ताकि किसी व्यक्ति द्वारा ऐसी घटनाएं होने पर उसके द्वारा सहायता ली जाए और स्थानीय पुलिस से भी आग्रह है कि कृपा करके जरा रात को गश्त बडाई जाए अब तो कुनिहार में चौकी के बजाय पुलिस स्टेशन है किसी प्रकार की नफरी की कमी भी नहीं है और कुछ सिविल कपड़ों में भी कुछ-पुलिस कर्मियों को ऐसे नौजवानों पर नजर रखनी चाहिए जो नशे की आदी है और इस प्रकार की घटनाएं को अंजाम दे रहे हैं क्योंकि सिरिंज शायद अब केमिस्ट नहीं दे रहे हैं जिस के कारण नशे को बढ़ावा मिल रहा है ऐसे नौजवानों का भी पता करना चाहिए कि सिरिंज की चोरी करना किसी चिट्ठे जैसे नशे के लिए चोरी करने को मजबुर है।
    विकास सभा द्वारा उठाए गए मांगों को पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से ले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो और आम लोगों को दोनों विभाग के प्रति विश्वास बना रहे।

  • राम और विभीषण

    राम और विभीषण

    संक्षिप्त रामायण(भार्गव)

    राम और विभीषण

    हे तात! नरक में रहना वरन्‌ अच्छा है, परंतु विधाता दुष्ट का संग न दे।हे रघुनाथजी! अब आपके चरणों का दर्शन कर कुशल से हूँ, जो आपने अपना सेवक जानकर मुझ पर दया की है।तब लगि कुसल न जीव कहुँ सपनेहुँ मन बिश्राम। जब लगि भजत न राम कहुँ सोक धाम तजि काम।

    तब तक जीव की कुशल नहीं और न स्वप्न में भी उसके मन को शांति है, जब तक वह शोक के घर काम को छोड़कर श्री रामजी को नहीं भजता।तब लगि हृदयँ बसत खल नाना। लोभ मोह मच्छर मद माना। जब लगि उर न बसत रघुनाथा। धरें चाप सायक कटि भाथा।

    लोभ, मोह, मत्सर, मद और मान आदि अनेकों दुष्ट तभी तक हृदय में बसते हैं, जब तक कि धनुष-बाण और कमर में तरकस धारण किए हुए श्री रघुनाथजी हृदय में नहीं बसते।

    मैं अत्यंत नीच स्वभाव का राक्षस हूँ। मैंने कभी शुभ आचरण नहीं किया। हे कृपा और सुख के पुंज श्री रामजी! मेरा अत्यंत असीम सौभाग्य है, जो मैंने ब्रह्मा और शिवजी के द्वारा सेवित युगल चरण कमलों को अपने नेत्रों से देखा। श्री रामजी ने कहा हे सखा! सुनो, मैं तुम्हें अपना स्वभाव कहता हूँ, जिसे काकभुशुण्डि, शिवजी और पार्वतीजी भी जानती हैं।

    कोई मनुष्य जड़-चेतन जगत्‌ का द्रोही हो, यदि वह भी भयभीत होकर मेरी शरण तक कर आ जाए, और मद, मोह तथा नाना प्रकार के छल-कपट त्याग दे तो मैं उसे बहुत शीघ्र साधु के समान कर देता हूँ।

    माता, पिता, भाई, पुत्र, स्त्री, शरीर, धन, घर, मित्र और परिवार इन सबके ममत्व रूपी तागों को बटोरकर और उन सबकी एक डोरी बनाकर उसके द्वारा जो अपने मन को मेरे चरणों में बाँध देता है। सारे सांसारिक संबंधों का केंद्र मुझे बना लेता है, जो समदर्शी है, जिसे कुछ इच्छा नहीं है और जिसके मन में हर्ष, शोक और भय नहीं है। ऐसा सज्जन मेरे हृदय में कैसे बसता है, जैसे लोभी के हृदय में धन बसा करता है।

    हे लंकापति! सुनो, तुम्हारे अंदर उपर्युक्त सब गुण हैं। इससे तुम मुझे अत्यंत ही प्रिय हो। सुनु लंकेस सकल गुन तोरें। तातें तुम्ह अतिसय प्रिय मोरें।

    और सभी राम जी की जय जयकार लगाने लगे। और विभीषण जी ने प्रभु के चरण कमल पकड़ लिए। और भगवान से भक्ति मांगी है।

    भगवान ने भी एवमस्तु कहकर रणधीर प्रभु श्री रामजी ने तुरंत ही समुद्र का जल माँगा। ऐसा कहकर श्री रामजी ने उनका राजतिलक कर दिया। आकाश से पुष्पों की अपार वृष्टि हुई।

    शिवजी ने जो संपत्ति रावण को दसों सिरों की बलि देने पर दी थी, वही संपत्ति श्री रघुनाथजी ने विभीषण को बहुत सकुचते हुए दी।

    ऐसे परम कृपालु प्रभु को छोड़कर जो मनुष्य दूसरे को भजते हैं, वे बिना सींग-पूँछ के पशु हैं। अपना सेवक जानकर विभीषण को श्री रामजी ने अपना लिया।

    लक्ष्मण चिट्ठी रावण के लिए

    अब रामजी बोले हे वीर वानरराज सुग्रीव और लंकापति विभीषण! सुनो, इस गहरे समुद्र को किस प्रकार पार किया जाए?

    विभीषणजी ने कहा- हे रघुनाथजी! सुनिए, यद्यपि आपका एक बाण ही करोड़ों समुद्रों को सोख सकता है, तथापि नीति ऐसी कही गई है उचित यह होगा कि जाकर समुद्र से प्रार्थना की जाए॥श्री रामजी ने कहा हे सखा! तुमने अच्छा उपाय बताया। यही किया जाए, यदि दैव सहायक हों। यह सलाह लक्ष्मणजी के मन को अच्छी नहीं लगी।लक्ष्मणजी ने कहा हे नाथ! दैव का कौन भरोसा! मन में क्रोध कीजिए और समुद्र को सुखा डालिए। आलसी लोग ही दैव-दैव पुकारा करते हैं॥यह सुनकर श्री रघुवीर हँसकर बोले- ऐसे ही करेंगे, मन में धीरज रखो। फिर समुद्र के पास गए। उन्होंने पहले सिर नवाकर प्रणाम किया। फिर किनारे पर कुश बिछाकर बैठ गए। इधर ज्यों ही विभीषणजी प्रभु के पास आए थे, त्यों ही रावण ने उनके पीछे दूत भेजे थे॥

    सब वानरों ने जाना कि ये शत्रु के दूत हैं और वे उन सबको बाँधकर सुग्रीव के पास ले आए॥ सुग्रीव ने कहा- सब वानरों! सुनो, राक्षसों के अंग-भंग करके भेज दो।

    वानरों ने दूतों को बाँधकर सेना के चारों ओर घुमाया॥ वानर उन्हें बहुत तरह से मारने लगे। वे दीन होकर पुकारते थे, फिर भी वानरों ने उन्हें नहीं छोड़ा। जो हमारे नाक-कान काटेगा, उसे कोसलाधीश श्री रामजी की सौगंध है॥

    यह सुनकर लक्ष्मणजी ने सबको निकट बुलाया। उन्हें बड़ी दया लगी, इससे हँसकर उन्होंने राक्षसों को तुरंत ही छुड़ा दिया। और उनसे कहा रावण के हाथ में यह चिट्ठी देना और कहना- कहेहु मुखागर मूढ़ सन मम संदेसु उदार। सीता देइ मिलहु न त आवा कालु तुम्हार॥

    उस मूर्ख से जबानी यह मेरा उदार संदेश कहना कि सीताजी को देकर उनसे मिलो, नहीं तो तुम्हारा काल आ गया।

    लक्ष्मणजी के चरणों में मस्तक नवाकर, श्री रामजी के गुणों की कथा वर्णन करते हुए दूत तुरंत ही चल दिए।

    श्री रामजी का यश कहते हुए वे लंका में आए। दशमुख रावण ने हँसकर बात पूछी- अरे शुक! अपनी कुशल क्यों नहीं कहता?

    दूतों ने रावण से सब कह दिया जो जिस प्रकार वहां घटित हुआ था। और कहा- श्री रामजी के छोटे भाई लक्ष्मण ने यह पत्रिका दी है।

    रावण ने हँसकर उसे बाएँ हाथ से लिया और मंत्री को बुलवाकर पढ़वाने लगा जिस पर लिखा था- अरे मूर्ख! केवल बातों से ही मन को रिझाकर अपने कुल को नष्ट-भ्रष्ट न कर। श्री रामजी से विरोध करके तू विष्णु, ब्रह्मा और महेश की शरण जाने पर भी नहीं बचेगा॥ या तो अभिमान छोड़कर अपने छोटे भाई विभीषण की भाँति प्रभु के चरण कमलों का भ्रमर बन जा। अथवा रे दुष्ट! श्री रामजी के बाण रूपी अग्नि में परिवार सहित पतिंगा हो जा दोनों में से जो अच्छा लगे सो कर।

    पत्रिका सुनते ही रावण मन में भयभीत हो गया, परंतु मुख से मुस्कुराता हुआ वह सबको सुनाकर कहने लगा- जैसे कोई पृथ्वी पर पड़ा हुआ हाथ से आकाश को पकड़ने की चेष्टा करता हो, वैसे ही यह छोटा तपस्वी वाग्विलास करता है।

    दूतों ने भी बहुत समझाया है पर रावण का काल उसकी बुद्धि फेरे हुए है।

  • केसा रहेगा आज आप का दिन ,पढ़ें अपना सम्पूर्ण राशिफ़ल

    केसा रहेगा आज आप का दिन ,पढ़ें अपना सम्पूर्ण राशिफ़ल

    आराशिफल (भार्गव)

    मेष
    25-05-2025

    ♈ मेष :

    यह आपके लिए बाधाओं और मुश्किल से निपटने के लिए एक कठिन समय है। आज कार्य स्थल पर दूसरों की आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने से बचें। अपने लक्ष्यों को प्राथमिकता दें। दूसरों से उपहार प्राप्त करने का यह अच्छा समय है। लंबे समय से लंबित मुकदमेबाजी और अदालती मामले आपके पक्ष में सुलझेंगे। जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें एक मौका मिलेगा। पारिवारिक एवं सामाजिक संदर्भ में आप किसी भी गलती के लिए सवालों के घेरे में आएंगे। छात्रों को विवरणों पर अधिक ध्यान देना होगा। बच्चे जीवन में अच्छा करेंगे और अच्छी प्रगति दिखाएंगे।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 5

    भाग्यशाली रंग: लाल रंग

    वृष
    25-05-2025

    ♉वृषभ :

    आज आपका वैवाहिक जीवन उमदा रहेगा। जीवनसाथी के साथ डिनर का प्लान बनायेंगे। अगर आप किसी जरूरी काम को पूरा करने की सोच रहे हैं, तो वह काम आज पूरा हो जाएगा। किस्मत का पूरा-पूरा साथ मिलेगा। अधिकारियों से मदद मिलेगी। किसी पुराने विवाद में समझौता हो जायेगा। आज आपका ध्यान संतान की ओर भी रहेगा। परिवार वालों का हंसी-मजाक घर के वातावरण को खुशनुमा बना देगा। कारोबारियों को धन लाभ होगा। मंदिर में साबुत मूंग की दाल दान करें, रिश्तों में मिठास आयेगी।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 4

    भाग्यशाली रंग: पीला रंग

    मिथुन
    25-05-2025

    ♊ मिथुन :

    निजी क्षेत्र के लोगों के लिए व्यस्त दिन रहेगा। मोटापे से आपको काफी परेशानी हो सकती है। आपको अपने जीवन साथी के साथ सुखस समय व्यतीत करने का मौका मिलेगा। मानसिक तनाव के चलते क्रोधी स्वभाव होगा। आपके पास काम के मोर्चे पर आपके लिए अनुकूल चीजें बनाने का एक शानदार अवसर होगा। आज आप दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। कुछ लोग आपको प्रेम प्रस्ताव भी दे सकते हैं।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर

    भाग्यशाली संख्या: 2

    भाग्यशाली रंग: भूरा रंग

    कर्क
    25-05-2025

    ♋ कर्क :

    आज आप में से कुछ को आपके भागीदार या किसी करीबी सहयोगी से समस्या हो सकती है। व्यवसाय संबंधित यात्राएं वांछित परिणाम नहीं दे पाएंगी। नए कार्यस्थल से जुड़ने या नई परियोजनाओं और उपक्रमों को शुरू करने के लिए दिन ज्यादा अनुकूल नही है। कार्य स्थल पर किसी से झगड़े और टकराव से बचने की कोशिश करनी चाहिए। यदि कोई प्रेम संबंध हो, तो यह एक बुरा मोड़ ले सकता है। आप में से कुछ लोग बदनामी और अपमान का शिकार हो सकते हैं। पारिवारिक परिवेश आज आप में से कुछ को भावनात्मक रूप से परेशान कर सकता है। जीवनसाथी या संतान के स्वास्थ्य से सम्बंधित कुछ चिंता हो सकती है।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 9

    भाग्यशाली रंग: नारंगी रंग

    सिंह
    25-05-2025

    ♌ सिंह :

    आज आप किसी पुरानी बात को लेकर थोड़े परेशान हो सकते हैं, लेकिन शाम तक सब ठीक हो जायेगा। आपके मन में किसी बात को लेकर शक बने रहने की संभावना है। दोस्तों के बीच कुछ गलतफहमियां व्याप्त हो सकती हैं। आज व्यापार में आपको सोच समझकर निवेश करना चाहिए। परिवार में खुशहाली का वातावरण रहेगा। आज माता-पिता संतान के करियर को लेकर सजग रहेंगे। ऑफिस काम में आ रही बाधाएं किसी सहकर्मी की मदद से दूर हो जायेंगी। दुर्गा जी को लाल चुनरी चढ़ाएं, आपकी सभी समस्याएं दूर होगी।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 8

    भाग्यशाली रंग: पीला रंग

    कन्या
    25-05-2025

    ♍ कन्या :

    आज अपने उत्साह को काबू में रखें, क्योंकि ज्यादा खुशी भी परेशानी का सबब बन सकती है। जोखिम के कामों से बचकर रहें। आप एक संतुष्ट दिमाग के साथ संयोजन में ध्वनि स्वास्थ्य का आनंद ले सकते हैं। आप मानसिक रूप से स्वतंत्र रहेंगे। धैर्य से काम लें और आने वाली कठिनाइयों का सामना करें। अपने हौसलों को बुलंद रखें। आप अपने आप को एक अधिक परिपक्व व्यक्ति में फिर से संगठित करेंगे।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 4

    भाग्यशाली रंग: गुलाबी रंग

    तुला

    25-05-2025

    ♎ तुला :

    आज का दिन आपके लिए बहुत उत्साहजनक नहीं है। आज कार्यों में देरी और अड़चनें आ सकती हैं। हालांकि पारिवारिक सहयोग रहेगा और आर्थिक रूप से आप ठीक करेंगे। अपने विचारों और कार्यों को फिर से व्यवस्थित करने पर ध्यान दें, क्योंकि आपको अधिक अनुशासित और व्यवस्थित होने की आवश्यकता है। मौसमी बीमारियों से बचाव रखने के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं और स्वस्थ रहने के लिए नियमित व्यायाम करें। यात्रा स्थगित करनी पड़ सकती है।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 6

    भाग्यशाली रंग: सफ़ेद रंग

    वृश्चिक
    25-05-2025

    ♏ वृश्चिक :

    आज ऑफिस के काम से संबंधित यात्रा करनी पड़ सकती है। ये यात्रा आपको आर्थिक रूप से लाभ देगी। कुछ लोगों से आपको पूरा समर्थन मिलेगा। आज जॉब के लिए ऑफर आने की संभावना बन रही है। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से मुलाकात होने के भी संकेत है। आपको किसी मामले में बड़ा निर्णय लेना पड़ सकता है। आप अपने दोस्तों के साथ बाहर जाकर कुछ ख़ुशी के पल बितायेंगे। आपकी दोस्ती मजबूत होगी। माँ दुर्गा को इत्र चढ़ाएं, आप सभी काम में सफल होंगे।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर

    भाग्यशाली संख्या: 5

    भाग्यशाली रंग: भूरा रंग

    धनु

    25-05-2025

    ♑ धनु :

    जीवनसाथी के साथ यह एक रोमानी दिन रहेगा। ऐसे दोस्तों के साथ बाहर जाएं जो आपके हालात और जरूरतों को समझते हैं। आप बहुत भाग्यशाली होंगे और अधिकारियों से विशेष एहसान प्राप्त करेंगे। आप अपने सभी प्रयासों में सफल होंगे और एक शक्तिशाली और आकर्षक स्थिति में बढ़ेंगे। भावुक फ़ैसला लेते वक़्त अपनी तार्किकता न छोड़ें। आप अच्छा पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप पारंपरिक तौर पर निवेश करें।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 4

    भाग्यशाली रंग: बैंगनी रंग

    मकर
    25-05-2025

    ♑ मकर :

    कुछ भावनात्मक मुद्दे आपको परेशान कर सकते हैं। आज आपके लिए किसी भी प्रकार के तर्क से बचना बेहतर होगा। वरिष्ठों और सहकर्मियों से वांछित मदद प्राप्त होने में विलंब हो सकता है। चीजों को नियंत्रण में लाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए आप अपने वित्तीय कौशल का प्रदर्शन करेंगे और कमीशन के माध्यम से भी कुछ कमाई भी की जा सकती है। आपको किसी यात्रा को स्थगित करना पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा और परिवार में किसी बड़े की सलाह उपयोगी साबित होगी।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 9

    भाग्यशाली रंग: हरा रंग

    कुंभ
    25-05-2025

    ♒ कुंभ :

    आज आपकी ऊर्जा का स्तर बेहतर रहेगा। आप किसी मनोरंजन के कार्यक्रम में शामिल होंगे। आज किसी नये प्रोजेक्ट पर काम करने से आपको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा। माता-पिता का सहयोग भी प्राप्त होगा। शाम को माता-पिता के साथ किसी धार्मिक स्थल पर जायेंगे। आज किसी अपने से आपको कोई बड़ी खुशखबरी मिलेगी। इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स के लिए दिन शानदार रहने वाला है। आपका कोई जरूरी काम आज आसानी से पूरा हो जायेगा, जिससे आप राहत महसूस करेंगे। सुबह उठने के बाद धरती माँ को छूकर प्रणाम करें, घर में सुख-शांति बनी रहेगी।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 1

    भाग्यशाली रंग: पीला रंग

    मीन
    25-05-2025

    ♓ मीन :

    आज कुछ जरूरी योजनाएँ क्रियान्वित होंगी और ताजा आर्थिक मुनाफा पहुँचाएंगी। लोन संबंधी मामले निपटेंगे। कई चीजों को लेकर इस दिन आपको चिंतित रह सकते हैं। अनिश्चितता की भावना बनी रह सकते हैं। बिजनेस में यह समय बहुत ही साफ रहने वाले फायदेमंद रहेगा। अध्यात्म की ओर रुझान बढ़ेगा। आप अकेले में समय बिताना पसंद करेंगे। माता-पिता की राय आपकी तरक्की के लिये और भी कारगर साबित होगी। स्वास्थ्य शुभ रहेगा।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 2

    भाग्यशाली रंग: सफ़ेद रंग

  • ग्राम पंचायत पलानिया के गांव गलोग, तहसील अर्की में महिलाओं के लिए चलाया गया विशेष एचआईवी और सिफलिस जागरूकता अभियान

    ग्राम पंचायत पलानिया के गांव गलोग, तहसील अर्की में महिलाओं के लिए चलाया गया विशेष एचआईवी और सिफलिस जागरूकता अभियान

    ग्राम पंचायत पलानिया के गांव गलोग, तहसील अर्की में महिलाओं के लिए एक विशेष एचआईवी और सिफलिस जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को एचआईवी और सिफलिस जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया गया।
    इस अवसर पर परामर्श विशेषज्ञ डॉ. विजय शांडील ने महिलाओं को बताया कि एचआईवी संक्रमण निम्नलिखित कारणों से हो सकता है जैसे कि जब व्यक्ति असुरक्षित यौन संबंध बनाता है, संक्रमित सुई या सिरिंज का उपयोग करता है, संक्रमित रक्त या रक्त पदार्थ चढ़ाए जाते हैं, संक्रमित माता से गर्भावस्था, प्रसव या स्तनपान के दौरान शिशु को संक्रमण हो सकता है।
    उन्होंने महिलाओं को सलाह दी कि वे अपने साथी के प्रति वफादार रहें, संक्रमित सुई और सिरिंज का उपयोग न करें, और टैटू बनवाते समय विशेष सतर्कता बरतें — यह सुनिश्चित करें कि टैटू बनाने वाला व्यक्ति पहले से उपयोग की गई सुई का दोबारा उपयोग न करे, क्योंकि ऐसा करने से एचआईवी संक्रमण का खतरा हो सकता है।

    उन्होंने यह भी समझाया कि रक्त और रक्त उत्पाद केवल लाइसेंस प्राप्त ब्लड बैंक से ही लिए जाने चाहिए, क्योंकि वहाँ रक्त को चढ़ाने से पहले पाँच बीमारियों — हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, मलेरिया, सिफलिस और एचआईवी — की जांच की जाती है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि विवाह से पहले युवक और युवती को एचआईवी की जांच जरूर करवा लेनी चाहिए। यदि दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तभी विवाह करना चाहिए। यदि किसी एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो सुरक्षा की दृष्टि से विवाह नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर किसी युवती की शादी एचआईवी पॉजिटिव युवक से हो गई और उसे पता न हो, तो वह महिला गर्भधारण के दौरान संक्रमित हो सकती है, और उसका बच्चा भी संक्रमण का शिकार हो सकता है। इसलिए संतान को जन्म देने से पहले एचआईवी जांच कराना अत्यंत आवश्यक है।

    डॉ. शांडील ने बताया कि एचआईवी जांच सुरक्षा की दृष्टि से करानी चाहिए और यह जांच सिविल अस्पताल अर्की में निःशुल्क की जाती है। जांच करवाने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाती है। इस जांच हेतु आप परामर्श विशेषज्ञ से कमरा नंबर 208 में संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं से आग्रह किया कि वे एचआईवी और सिफलिस की जांच अवश्य करवाएं ताकि संतान सुरक्षित रहे।

    उन्होंने यह भी बताया कि एचआईवी संक्रमण मच्छर के काटने, साथ रहने, एक ही बर्तन या शौचालय के उपयोग से नहीं होता। इसलिए एचआईवी से संक्रमित लोगों से भेदभाव नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें सहयोग देना चाहिए ताकि वे सुरक्षित व्यवहार अपनाकर दूसरों को भी संक्रमण से बचा सकें।

    इस अभियान के दौरान लोगों को तपेदिक (टीबी) और इसके लक्षणों के बारे में भी जागरूक किया गया। उन्हें बताया गया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहे, बुखार आए, रात में पसीना आए या वजन घटे तो ये टीबी के लक्षण हो सकते हैं। लोगों को सलाह दी गई कि वे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर टीबी की जांच अवश्य करवाएं ताकि समय रहते इलाज हो सके।
    कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर ज्योति चौहान ने इस अभियान को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस जागरूकता अभियान में कुल 40 महिलाओं ने भाग लिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से यह भी आग्रह किया कि अगला जागरूकता अभियान 10 से 19 वर्ष की आयु के किशोरों और किशोरियों के लिए आयोजित किया जाए ताकि वे भी एचआईवी और टीबी जैसे संक्रमणों से अपना बचाव कर सकें। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में आशावर्कर अरुणा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कांता, सहायक मीना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

  • शुक्रवार रात्रि में चोरों ने बोलेरो कैंपर के चारों टायरो पर किया हाथ साफ़ ।

    शुक्रवार रात्रि में चोरों ने बोलेरो कैंपर के चारों टायरो पर किया हाथ साफ़ ।

    कुनिहार
    अक्षरेश शर्मा
    कुनिहार क्षेत्र में आजकल चोरो का गिरोह सक्रिय है ।शुक्रवार रात्रि में कुनिहार पंचायत में ऊँचा गांव के समीप कुनिहार अर्की मुख्य सड़क मार्ग पर खड़ी पिकअप बोलेरो कैंपर के चारों टायरो सहित अन्य सामान पर शातिर चोर हाथ साफ़ कर गए।कुनिहार पुराना बस स्टैंड पर बने पुलिस बूथ से महज 100 मीटर दूर खड़ी प्रेम चंद जधाना की गाड़ी से चारों टायर ,रस्सा व जेक आदि करीब 70 हज़ार रू के सामान को चुरा लिया।गाड़ियो के वाशिंग स्टेशन के साथ प्रेम चंद की दुकान है व वो किसी कार्य से कसौली गए हुए थे ।सुबह कर्ण 9:15 बजे दुकान के मालिक ने चोरी की घटना की सूचना गाड़ी के मालिक को दी ।इस जगह इनफील्ड,होंडा,हीरो सहित कई गाड़ियो के शोरूम है ।सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार इन शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरों में रात्रि 3 बजे के करीब एक स्विफ्ट कार को देखा गया है ।
    सोलन में राधा स्वामी सत्संग होने के कारण अधिकांश पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी वंहा लगी हुई है ।स्थानीय पुलिस के कर्मचारी मोके पर पहुंच कर आगामी कार्यवाही के लिए साक्ष्य जुटाने में लग गई है ।घटना स्थल के पास लगे कैमरो को खगांला जा रहा है ।
    स्थानीय लोगो ने रात्रि में पुलिस गस्त को बड़ाने की माँग की है ,ताकि चोरी की इन घटनाओं पर अंकुश लग सके ।
    डीएसपी अशोक चोहान ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया,कि मौके पर पुलिस टीम को भेज दिया गया है व जांच शुरू कर दी गई है ।

  • जिला स्तरीय मेला जय माँ चण्डी 28 और 29 मई

    जिला स्तरीय मेला जय माँ चण्डी 28 और 29 मई

    चंडी
    पवन कुमार सिंघ

    जिला स्तरीय मेला जय माँ चण्डी 28 और 29 मई 2025 को माँ चण्डी देवी के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा। इस मेले का उद्घाटन सुबह 9 बजे चौ. रामकुमार जगमोहन शर्मा और मन्द्र प्रताप सिंह उप मण्डल अधिकारी कसौली द्वारा किया जाएगा।

    *मेले के मुख्य आकर्षण:*

    – *भण्डारा*: 28 और 29 मई को दोपहर 12 बजे से
    – *जागरण*: 28 मई को शाम 7:30 बजे से
    – *खेल प्रतियोगिता*: सुबह 11 बजे से
    – *सांस्कृतिक कार्यक्रम*: सुबह 10 बजे से
    – *कुश्ती प्रतियोगिता*: दोपहर 3 बजे से

    *विशेष अतिथि:*

    राजेश धर्माणी (तकनीकी शिक्षा मंत्री)
    – चौ. राम कुमार (विधायक)
    – रमेश ठाकुर (अध्यक्ष जिला परिषद सोलन)
    *पुरस्कार:*

    – कबड्डी और वालीबॉल सीनियर स्तर की विजेता टीम को ट्रॉफी के साथ 25000 रुपये और उपविजेता को 21000 रुपये दिए जाएंगे।
    – कुश्ती प्रतियोगिता में विजेता को ट्रॉफी के साथ 15000 रुपये और उपविजेता को 11000 रुपये दिए जाएंगे।

  • जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

    जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

    अर्की की पूर्वी शर्मा को हिमाचल आजतक परिवार व स्वजनों की तरफ से जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

  • रावण विभीषण संवाद

    रावण विभीषण संवाद

    संक्षिप्त रामायण(भार्गव)

    रावण विभीषण संवाद

    इसी समय विभीषणजी जी सभा में आए। उन्होंने बड़े भाई के चरणों में सिर नवाया। और बोलते हैं- बड़े भाई! मैं अपनी बुद्धि के अनुसार आपके हित की बात कहता हूँ- श्री राम जी से वैर त्यागकर उन्हें मस्तक नवाइए। हे नाथ! उन प्रभु सर्वेश्वर को जानकीजी दे दीजिए।

    हे दशशीश! मैं बार-बार आपके चरणों लगता हूँ और विनती करता हूँ कि मान, मोह और मद को त्यागकर आप कोसलपति श्री रामजी का भजन कीजिए।

    माल्यवान्‌ नाम का एक बहुत ही बुद्धिमान मंत्री था। उन्होंने विभीषण की बात का समर्थन किया।

    रावन ने कहा ये दोनों मूर्ख शत्रु की महिमा बखान रहे हैं। यहाँ कोई है? इन्हें दूर करो न! तब माल्यवान्‌ तो घर लौट गया और विभीषणजी हाथ जोड़कर फिर कहने लगे- आपके हृदय में उलटी बुद्धि आ बसी है। इसी से आप हित को अहित और शत्रु को मित्र मान रहे हैं। जो राक्षस कुल के लिए कालरात्रि के समान हैं, उन सीता पर आपकी बड़ी प्रीति है। मुझ बालक के आग्रह को स्नेहपूर्वक स्वीकार कीजिए श्री रामजी को सीताजी दे दीजिए, जिसमें आपका अहित न हो।

    रावण क्रोधित होकर उठा और बोला कि रे दुष्ट! अब मृत्यु तेरे निकट आ गई है! हे मूढ़! पक्ष तुझे शत्रु का ही अच्छा लगता है। अरे दुष्ट! बता न, जगत्‌ में ऐसा कौन है जिसे मैंने अपनी भुजाओं के बल से न जीता हो? मेरे नगर में रहकर प्रेम करता है तपस्वियों पर। मूर्ख! उन्हीं से जा मिल और उन्हीं को नीति बता। ऐसा कहकर रावण ने उन्हें लात मारी।

    विभीषणजी ने सोच लिया अब मैं श्री रघुवीर की शरण जाता हूँ। -ऐसा कहकर विभीषणजी ज्यों ही चले, त्यों ही सब राक्षस आयुहीन हो गए। उनकी मृत्यु निश्चित हो गई।हे भवानी! साधु का अपमान तुरंत ही संपूर्ण कल्याण की हानि कर देता है।

    रावण ने जिस क्षण विभीषण को त्यागा, उसी क्षण वह अभागा वैभव से हीन हो गया।

    विभीषणजी हर्षित होकर मन में अनेकों मनोरथ करते हुए श्री रघुनाथजी के पास चले। विभीषण जी सोचते जा रहे हैं- मैं जाकर भगवान के चरण कमल और मुख कमल का दर्शन करूँगा। जिन चरणों को जानकीजी ने हृदय में धारण कर रखा है। जिन चरणों की पादुकाओं में भरतजी ने अपना मन लगा रखा है,जिन चरणों का स्पर्श पाकर ऋषि पत्नी अहल्या तर गईं और जो दंडकवन को पवित्र करने वाले हैं।

    इस प्रकार प्रेमसहित विचार करते हुए आकाश मार्ग से वे शीघ्र ही समुद्र के इस पार जिधर श्री रामचंद्रजी की सेना थी आ गए। वानरों ने विभीषण को आते देखा तो उन्होंने जाना कि शत्रु का कोई खास दूत है।

    राम भक्त विभीषण कहानी

    अब तक आपने पढ़ा रावण ने विभीषण को लात मारी और विभीषण जी आकाश मार्ग से रामजी के पास आये हैं। राम सेवक उन्हें ठहराकर वे सुग्रीव के पास आए और उनको सब समाचार कह सुनाए। सुग्रीव ने कहा- हे रघुनाथजी! सुनिए, रावण का भाई मिलने आया है।

    प्रभु श्री रामजी ने कहा- हे मित्र! तुम्हारी क्या राय है वानरराज सुग्रीव ने कहा- हे महाराज! सुनिए, राक्षसों की माया जानी नहीं जाती ।जान पड़ता है यह मूर्ख हमारा भेद लेने आया है, इसलिए मुझे तो यही अच्छा लगता है कि इसे बाँध रखा जाए।

    श्री रामजी ने कहा हे मित्र! तुमने नीति तो अच्छी विचारी, परंतु मेरा प्रण तो है शरणागत के भय को हर लेना!

    प्रभु के वचन सुनकर हनुमान्‌जी मन ही मन कहने लगे कि भगवान्‌ कैसे शरणागतवत्सल शरण में आए हुए पर पिता की भाँति प्रेम करने वाले हैं।

    श्री रामजी फिर बोले- जिसे करोड़ों ब्राह्मणों की हत्या लगी हो, शरण में आने पर मैं उसे भी नहीं त्यागता। जीव ज्यों ही मेरे सम्मुख होता है, त्यों ही उसके करोड़ों जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। सनमुख होइ जीव मोहि जबहीं। जन्म कोटि अघ नासहिं तबहीं।

    पापी का यह सहज स्वभाव होता है कि मेरा भजन उसे कभी नहीं सुहाता। यदि वह रावण का भाई निश्चय ही दुष्ट हृदय का होता तो क्या वह मेरे सम्मुख आ सकता था?

    निर्मल मन जन सो मोहि पावा। मोहि कपट छल छिद्र न भावा। जो मनुष्य निर्मल मन का होता है, वही मुझे पाता है। मुझे कपट और छल-छिद्र नहीं सुहाते।

    यदि उसे रावण ने भेद लेने को भेजा है, तब भी हे सुग्रीव! अपने को कुछ भी भय या हानि नहीं है। क्योंकि हे सखे! जगत में जितने भी राक्षस हैं, लक्ष्मण क्षणभर में उन सबको मार सकते हैं और यदि वह भयभीत होकर मेरी शरण आया है तो मैं तो उसे प्राणों की तरह रखूँगा। कृपा के धाम श्री रामजी ने हँसकर कहा- दोनों ही स्थितियों में उसे ले आओ।

    विभीषणजी को आदर सहित आगे करके श्री रघुनाथजी जी के पास लाया गया। विभीषण ने रामजी के खूब रूप सौंदर्य का पान किया है और एकटक भगवान को देख रहे हैं। भगवान्‌ के स्वरूप को देखकर विभीषणजी के नेत्रों में प्रेमाश्रुओं का जल भर आया और मन में धीरज धरकर बोले – हे नाथ!

    मैं दशमुख रावण का भाई हूँ। हे देवताओं के रक्षक! मेरा जन्म राक्षस कुल में हुआ है। मैं कानों से आपका सुयश सुनकर आया हूँ कि प्रभु भव जन्म-मरण के भय का नाश करने वाले हैं। हे दुखियों के दुःख दूर करने वाले और शरणागत को सुख देने वाले श्री रघुवीर! मेरी रक्षा कीजिए, रक्षा कीजिए।

    प्रभु ने अपनी विशाल भुजाओं से पकड़कर उनको हृदय से लगा लिया। छोटे भाई लक्ष्मणजी सहित गले मिलकर उनको अपने पास बैठाकर श्री रामजी भक्तों के भय को हरने वाले वचन बोले- हे लंकेश! परिवार सहित अपनी कुशल कहो। तुम्हारा निवास बुरी जगह पर है। दिन-रात दुष्टों की मंडली में बसते हो। हे सखे! तुम्हारा धर्म किस प्रकार निभता है?