दाड़लाघाट
समर्पण, निष्ठा और ईमानदारी की मिसाल रहे पंचायत पारनू निवासी जगत राम कौशल ने बिजली विभाग में 40 वर्षों की लंबी और सफल सेवा के बाद विद्युत विभाग सोलन से कनिष्ठ अभियंता के पद से सेवानिवृत्ति हो गए। इस अवसर पर विभाग की ओर से उनके सम्मान में एक विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। जगत राम कौशल ने अपने सेवाकाल के दौरान सोलन, अर्की और कुनिहार सहित विभिन्न स्थानों पर कार्य किया और हर स्थान पर अपनी मेहनत, व्यवहार और कार्यकुशलता से सबका दिल जीता। उन्होंने न केवल विभाग के प्रति समर्पण का परिचय दिया, बल्कि अपने अनुभव और कार्यशैली से युवा कर्मचारियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने। कार्यक्रम के दौरान एक्सईएन सोलन गौरव अधीर ने कहा कि जगत राम कौशल जैसे कर्मचारी किसी भी संस्था की अमूल्य पूंजी होते हैं। उन्होंने हमेशा विभागीय अनुशासन और जनहित को प्राथमिकता दी। उनकी सेवाएं आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेंगी। वहीं विधायक अर्की संजय अवस्थी ने भी अपने संदेश में जगत राम कौशल को बधाई देते हुए कहा कि चार दशकों तक जनता की सेवा करना एक बड़ा योगदान है। उन्होंने उनके अच्छे स्वास्थ्य, दीर्घायु और सुखमय जीवन की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर एसडीओ सोलन लेखराम, अमन, एसडीओ दाड़लाघाट विमल अत्रि, नीतीश गौतम, कर्मचंद कौशल, बाबू राम, राजेन्द्र, मनोज कौशल, दुर्गा दास सहित विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी सहित परिवार व क्षेत्र के ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने उनके कार्यकाल की यादें साझा कीं और उनके सरल स्वभाव तथा सहयोगी दृष्टिकोण की सराहना की। कनिष्ठ अभियंता जगत राम कौशल ने अपने संबोधन में भावुक होते हुए कहा कि यह विभाग उनके जीवन का एक अभिन्न हिस्सा रहा है। उन्होंने कहा आज जो भी हूं, वह अपने पिता लाला चुगन चंद, ताया परस राम कौशल, प्रेम लाल, माता सवित्री देवी एवं कौशल परिवार के संस्कारों और आशीर्वाद के कारण हूं। उन्होंने हमेशा ईमानदारी, सच्चाई और मेहनत को जीवन का आधार बनाने की सीख दी। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों और सहकर्मियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि विभाग में सबने उन्हें परिवार की तरह साथ दिया, जिसके कारण हर चुनौती आसान लगती रही। कार्यक्रम के अंत में सहकर्मियों ने उन्हें सम्मान पत्र और उपहार भेंट कर भावभीनी विदाई दी। पूरे समारोह का वातावरण भावनाओं, स्मृतियों और शुभकामनाओं से सराबोर रहा। सभी ने इस अवसर पर कहा कि जगत राम कौशल का योगदान विभाग के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।






