कुनिहार
हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव इंद्रपाल शर्मा ने यहां आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि गत 28 नवंबर को प्रदेश की सयुक्त संघर्ष समिति के द्वारा धर्म शाला में आयोजित की गई ऐतिहासिक रैली जिसमें पूरे प्रदेश से 10हजार से अधिक पेंशनरों ने अपनी एकता दर्शाते हुए सरकार की चूहले हिलादी उससे कुछ तथाकथित स्वयंभू पेंशनर संघ के सरकारी पिट्ठू बौखला गए हैं।इसको लेकर कथित स्वयंभू प्रवक्ता ने रैली को लेकर जो आरोप लगाए हैं संघर्ष समिति उसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है।ये आरोप न सिर्फ बेबुनियाद हैं बल्कि राजनीत से प्रेरित हैं आरोप लगाने वाला व्यक्ति आम आदमी पार्टी का पदाधिकारी है।
इंदर पाल शर्मा ने कहा कि उक्त रैली संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी जिसमें विभिन्न राजनीतिक विचार धारा के लोग शामिल थे जो अपनी मांगों के लिए वहां एक जुट होकर आए थे वहां पर कोई भी राजनीतिक भाषण बाजी नहीं की गई थी। पेंशनरों के द्वारा नकारे व हारे हुए कुछ सरकारी दरबारी अपने आकाओं के इशारे पर प्रदेश के पेंशनरों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं जो कभी भी सफल नहीं होगा।
शर्मा ने कहा कि प्रदेश के प्रमुख 18राज्य स्तरीय पेंशनरों का ज्वाइंट फ्रंट एक जुट है और पैंशनरो की मांगों के लिए संघर्ष कर रहा है ।ये संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगे नहीं मान ली जाती । इंदर पाल शर्मा ने तथाकथित ज्वाइंट फ्रंट को चुनौती दी है कि वे सरकार के खिलाफ आंदोलन कर के दिखाए।गत 17अक्टूबर को जब संघर्ष समिति ने पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर विशाल धरना प्रदर्शन का ऐलान किया था तब इनलोगों ने 14,तारिक को धरना प्रदर्शन का ड्रामा किया था अब जब हमने 28का धरना प्रदर्शन का ऐलान किया तो तब इनको सांप सूंघ गया।
मैं समिति की ओर से अपने सभी संगठनों के पेंशनरों से अपील करता हूं कि ऐसे तत्वों से सावधान रहे और अपनी एकता को बनाए रखें। मै यह स्पष्ट करना चाहता हु कि इस ज्वाइंट फ्रंट का किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई भी लेना देना नहीं है।ये गैर राजनीतिक संगठन है इसमें शामिल सदस्यों की कोई भी निजी राजनीतिक विचार धारा हो सकती है।





