April 29, 2025 6:13 pm

प्रदेश की नम्बर वन एकेडमी एस्पायर शिमला के बच्चों ने JEE Main परीक्षा मे किया उम्दा प्रदर्शन।

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हिमाचल आज तक (ब्यूरो) शुक्रवार को शिमला में एस्पायर एकेडमी ने JEE Main परीक्षा के प्रथम चरण मे बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को किया समान्नित किया।  NTA ने JEE Main परीक्षा के पहले चरण का का परिणाम 11 फरवरी को घोषित किया जिसमे एस्पायर एकेडमी के छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया। बेहतर परिणाम आने पर संस्थान ने बच्चों के साथ अपने कैम्पस में जशन मनाया गया । इस समारोह मे संस्थान ने JEE परीक्षा में बेहतर प्रदर्श करने वाले विद्यार्थियों को समानित भी किया। एस्पायर संस्थान के 3 विद्यार्थियों ने 99 प्रतिशत से अधिक, 28 बच्चों विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक और 59 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए।


आव्या मेहता ने 99.75 प्रतिशत हासिल करके एस्पायर मे शीर्ष स्थान प्राप्त किया, प्रत्युष ठाकुर 99.66, युवराज सिंह परमार 99.21,प्रणव शारदा 98.49, मनंत महाजन 98.31, कनक ,98.07, दीक्षित 97.92, अर्पित ठाकुर 97.82, विक्रम वर्मा 97.4, भाव्या शर्मा 97.12, अनीश 97.04, आदित्य चौधरी 96.9, तनीष्क 96.86, अभिजय राणा 96.79, सुमित वर्मा 96.78, शशांक 96.27, दिव्यांश पाटिल 96.03, क्षितिज ठाकुर 96.02, आदित्य ठाकुर 96, उत्कर्ष शर्मा 95.8, राघव नेगी 95.64, रिजुल कौंडल 95.6, वरुण 95.6, सूर्यान्श ठाकुर 95.49, सनिधय सिर्केक 95.3, नमन 95.2, दिव्यांश और रिया शर्मा 95 प्रतिशत अंक हासिल किए।

एस्पायर संस्थान के डायरेक्टर योगेन्द्र मीना ने बताया कि JEE 2025 मे संस्थान के छात्रों का ऐतिहासिक प्रदर्शन रहा है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों व अध्यापकों को बधाई दी है। उन्होंने इस बात पे भी जोर दिया कि हिमाचल में पेरेंट्स को अपने बच्चों को छोटी कक्षा से ही आईआईटी जेसे परीक्षा के लिए तैयारियां करानी चाहिए तभी हिमाचल के बचे भी राष्ट्रीय स्तर में बच्चों के साथ प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे।

ईस समारोह में मुख्य अतिथि प्रत्युश राठौर थे जो IIT मुंबई से पासआउट रहे है और अपने समय में IIT की परीक्षा में आल इंडिया रैंक में 13 वां स्थान हासिल किया था। उन्होंने बच्चों के साथ अपने विचार और अनुभव साँझा किये। उन्होंने बताया की बच्चे की शिक्षा के लिए मुख्य रूप से चार स्तंभ काम करते है अध्यापक, माता – पिता, विद्यार्थी और प्रबंधन, ईन सबका बहुत योगदान रहता है। उन्होंने कहां बच्चों को अपने अध्यापकों का हमेशा सम्मान करना चाहिए और  असफलता से कभी भी निराश नहीं होना चाहिए। आप तभी सफल होंगे जब कभी असफल हुए होंगे इसलिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।

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