कुनिहार
अक्षरेश शर्मा
प्रदेश सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री, मंत्रियों व विधायको के वेतन भतो मे एक मुश्त 24प्रतिशत की बढोतरी करके सुखु की सरकार ने साबित कर दिया है,कि उनके लिए कोई वितीय संकट नहीं है केवल कर्मचारियों व पेंशनरो के लिए ही वितीय संकट है।
कुनिहार में जारी प्रेस बयाँन मे भारतीय राज्य पेंशनर संघ के प्रदेश महामंत्री इंद्र पाल शर्मा ने कहा कि सरकार ने बजट के आखरी दिन बड़ी ही चालाकी से बिना प्रस्ताव लाये वेतन भतो मे बड़ी बढोतरी कर दी। कर्मचारियों व पेंशनरो को सरकार के पास 11 %किस्त देने के लिए पैसा नही है। शर्मा ने कहा कि सरकार ने पेंशनर संघो के द्वारा मंत्रियो व विधायको को मिलने वाले मासिक टेलीफोंन भते जो 15 से 20हजार मिलते थे,का विरोध किया तो सरकार ने उसे बंद करके उसके बदले सीधे 24प्रतिशत वेतन बढ़ोत्री कर 15-20 हजार के नुक़सान के स्थान पर सीधे 50-60 हजार का लाभ दे दिया ।अब मंत्रियो व विधायको को 2 से 3लाख मिलेंगे।वही ब्यवस्था परिवर्तन के मुखीये को पत्नी सहित 6लाख 55हजार मात्र मासिक वेतन मिलेगा,जब की पेंशनरो को 3 प्रतिशत से ही गुजारा करना होगा,क्या यही व्यवस्था परीवरतन है।
शर्मा ने कहा कि सरकार ने कार्यरत कर्मचारियों के चिकित्सा भते के लिए कुछ राशि जारी की है जब कि पेंशनरो के लिए कोई राशि नही दी जो कि बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने सरकार पर कर्मचारियों व पेंशनरो को बांटने का आरोप लगाया। तथा सरकार से पेंशनरो की सभी बकाया राशि व 11प्रतिशत मंहगाई राहत को एक मुश्त भुगतान किये जाने की मांग की। शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों व पेंशनरो के हितो की पैरवी करने वाले विपक्ष ने आखिर सदन मे अपने वेतन भते की बढोतरी से पहले कर्मचारियों व पेंशनरो की देनदारियों को दिया जाने की सरकार से मांग क्यूँ नही की। शर्मा ने कहा कि 4लाख से अधिक कर्मचारियों व पेंशनरो तथा उनके परिवार के सदस्यों की अनदेखी किसी भी राजनीतिक दल को चुनाव मे भारी पड़ेगी। इस अवसर पर ओम प्रकाश गर्ग, आर, पी, जोशी, राजेश जोशी, रमेश योगी राज ओम राणा उपस्थिति रहे।
