May 25, 2025 10:12 am

शिमला के गौरव शर्मा को राष्ट्रीय रील प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्तियों द्वारा किया गया सम्मानित l

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हिमाचल आज तक (ब्यूरो):

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के विधि विभाग (उत्तर क्षेत्र) से संबंध रखने वाले प्रतिभाशाली छात्र गौरव शर्मा ने “कनेक्टिंग विद द कॉज़ – राष्ट्रीय रील एवं शॉर्ट वीडियो निर्माण प्रतियोगिता” में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार (उत्तर क्षेत्र) प्राप्त कर विश्वविद्यालय और प्रदेश का नाम रोशन किया।

यह प्रतियोगिता राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य विधिक सेवाओं एवं सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूकता फैलाना तथा युवाओं को रचनात्मक माध्यमों से न्याय व्यवस्था से जोड़ना था। प्रतियोगिता की शुरुआत क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की जयंती (3 जनवरी, 2025) पर हुई थी और इसका समापन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च, 2025) के अवसर पर हुआ।गौरव शर्मा की रील को तीन स्तरों की चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया

:• पहले जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) द्वारा चयन,

• फिर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (SLSA) द्वारा प्रदेश स्तर पर चयन,
• और अंत में NALSA द्वारा उत्तर क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टि घोषित किया गया।

गौरव को यह पुरस्कार स्वयं निम्नलिखित माननीय न्यायमूर्तियों द्वारा प्रदान किया गया:
• माननीय श्री न्यायमूर्ति सूर्यकांत, न्यायाधीश, भारत के सर्वोच्च न्यायालय एवं अध्यक्ष, SCLSC
• माननीय श्री न्यायमूर्ति बी.आर. गवई, न्यायाधीश, भारत के सर्वोच्च न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, NALSA
• माननीय श्री न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, भारत के मुख्य न्यायाधीश एवं संरक्षक-इन-चीफ, NALSA

धन्यवाद प्रस्ताव श्री एस.सी. मुङघाटे, सदस्य सचिव, NALSA द्वारा प्रस्तुत किया गया।

यह पुरस्कार दिनांक 30 अप्रैल, 2025 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के प्रशासनिक भवन  में प्रदान किया गया।

इस रील में गौरव शर्मा के साथ साहिल शर्मा एवं रमेश बिष्ट को भी प्रमुख रूप से फीचर किया गया, जिनका सहयोग एवं अभिनय इस रचनात्मक प्रस्तुति की सफलता में महत्वपूर्ण रहा।

यह उपलब्धि गौरव शर्मा की रचनात्मक सोच, सामाजिक संवेदनशीलता और विधि विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन का प्रमाण है। यह पुरस्कार पूरे उत्तर क्षेत्र, विश्वविद्यालय और राज्य के लिए गर्व का विषय है, और यह युवाओं को सामाजिक मुद्दों से जुड़ने और रचनात्मकता के माध्यम से बदलाव लाने की प्रेरणा देता है।

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