हत्या के आरोप में जिला कारागार में बन्द विचाराधीन कैदी की मौत परिजनों ने शव सड़क पर रखकर किया प्रदर्शन
विचाराधीन कैदी की मौत, पर परिजनों ने शव रख कर जेल अधीक्षक के खिलाफ किया, प्रदर्शन पचास लाख मवाजे की मांग
गोण्डा। हत्या के मामले मे जेल में बंद विचारा धीन 20 वर्षीय कैदी की मौत को लेकर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए, परिजनों ने जिला अस्पताल के गेट के पास जेल अधीक्षक के खिलाफ शव रखकर सैकड़ो ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर के जाम लगा दिया।करीब एक घण्टे तक जमकर हंगामा काटने के बाद मौके पर पहुचे अधिकारियों के आश्वासन जाम हटाया। कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के बादी पुरवा गांव के निवासी सुभम पुत्र पवन कुमार की तबियत खराब होने की वजह से जेल में मौत हो गई।
मृतक के पिता पवन कुमार ने बताया कि उस का पुत्र एक हत्या के मामले में सन 2020 से जेल में बंद था । जिस की सुनवाई न्यायालय में चल रहा है।
उस ने जेल अधीक्षक पर आरोप लगाया है कि उस के पुत्र की तबियत खराब थी। जिस का इलाज नही कराया गया जिस से उस की मौत हो गई। उसने कहा कि बीते 18 दिसम्बर को एडीजे प्रथम के न्यायालय पर इलाज के लिए प्राथना पत्र दिया था। जिस पर इलाज कराने हेतु न्यायालय ने आदेश कर दिया था।
इस के बाद भी जेल अधीक्षक न तो मिलने दे रहे थे, न ही उस का इलाज कराया था। इलाज़ में लापरबाही की वजह से उस के पुत्र की मौत हुई है। उसने आरोप लगाया कि उस के पुत्र की मौत जेल में ही हो गई थी। जिला अस्पताल लाया तो चिकित्सक ने मृत्यु घोषित कर दिया। जेल अधीक्षक के विरुद्ध में परिजनों ने शव रख कर प्रदर्शन किया।
रोड पर लगा रहा गाड़ियों का लंबा जाम मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक शिव राज सिंह ,एस डीएम पहुच गए। जाँच कराने का आश्वासन देने के बाद प्रदर्शन खत्म हो गया है साथ साथ डाक्टरों के पैनल के साथ मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया गया।