कुनिहार
अक्षरेश शर्मा
कुनिहार विकास खंड के अंतर्गत कोठी पंचायत के शाकली गांव मे जियालाल के घर चल रही श्री मदभागवत महा पुराण कथा के पांचवे दिन आचार्य संदीप वशिष्ठ ने भवगान श्री कृष्ण लीलाओं का सुंदर वर्णन किया ,जिसमे भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं में श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए ।वशिष्ठ ने कथा में कहा,कि जब श्री कृष्ण ग्वालो के साथ बंशी बजाते तो सारे गांव के लोग और गोपिया मुरली की धुन सुन कर मंत्र मुग़द् हो जाते। जब कृष्ण गोपियों के साथ रास लीला कर रहे थे तो उन्होंने जब देखा कि गोपियों का उनके प्रति अति मोह हो गया है तो वे वहाँ से अंतर ध्यान हो गए। गोपियों ने जब देख की कृष्ण वहाँ नहीं है ,तो वे सब ईधर उधर ढूंढने लगी।वे यमुना के किनारे वट वृक्ष के पास राधा जी के पास जाकर उनसे कृष्ण के बारे मे पूछती है कि वे कन्हा गए। पांचवे दिन की कथा में कथावाचक वशिष्ठ ने कृष्ण लीलाओं के अनेक रोचक प्रसंग सुनाये ।
कथा श्रवण करने के लिया कुनिहार जनपद से भारी संख्या मे श्रोता पहुँच कर कथा का आनंद ले रहे है ।
