चंडी से पवन कुमार सिंघ
ग्राम पंचायत बढलग के अंतर्गत ग्राम नीर( समानू )में आज पांच दिवसीय श्री मार्कंडेय पुराण कथा के अंतिम दिन कथा वाचक हरीश गर्गाचार्य ने अपने मुखारविंद से कथा रूपी ज्ञान गंगा को प्रवाही त करते हुए भक्तों को बताया कि भगवान की महिमा अवर्णनीय एवं अतुलनीय है l भगवान भक्तों की भक्ति एवं धैर्य की परीक्षा अवश्य लेते हैं परंतु उसका साथ कदापि नहीं छोड़ते l आज का मानव आधुनिकता एवं दिखावे की वजह से अधर्म और अन्याय के रास्ते पर चल पड़ा है l इस अवसर पर कथावाचक ने श्री मार्कंडेय पुराण की कथा की महिमा का विस्तृत वर्णन कथा पंडाल में किया l उन्होंने कहा कि मानव को अपना कर्म निष्काम भाव से करते रहना चाहिए ,जिससे जीवन में सफलता अवश्य मिलती है l कथा आयोजनकर्ता प्रभु दयाल शर्मा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया इस पांच दिवसीय कथा का आयोजन शुक्रवार 18 अप्रैल से आज मंगलवार 22 अप्रैल तक प्रतिदिन किया गया l इस कथा के अंतर्गत प्रत्येक दिन कथा व्यास द्वारा दोपहर 1:00 से 4: 00 बजे तक सभी को कथा का रसास्वादन करवाया गया एवं मूल पाठ प्रातः 6:00 बजे से 11:00 बजे तक हुआ l कथा के उपरांत प्रतिदिन सभी भक्तों को नारायण सेवा के रूप में प्रसाद वितरित किया गया l इस कथा को सुनने के लिए गांव के आसपास के सैकड़ो लोग ने प्रतिदिन कथा का श्रवण किया l आज कथा के अंतिम दिवस पर यज्ञ में पूर्ण आहुति के साथ इस कथा को विराम दिया गया और सभी भक्त जनों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया l इस अवसर पर पवन शर्मा ,बलविंदर शर्मा , संजू शर्मा ने निष्काम एवं भक्तिभाव से कथा में प्रतिदिन अपनी पुण्य सहभागिता सुनिश्चित की l