December 8, 2025 10:53 pm

सिविल अस्पताल अर्की में एचआईवी/एड्स जागरूकता पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

[adsforwp id="60"]

सिविल अस्पताल अर्की में आज एचआईवी/एड्स जागरूकता माह के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्लॉक मेडिकल अधिकारी डॉ. मुक्‍ता रस्‍तोगी ने की!

कार्यक्रम में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता सपना ठाकुर ने गर्भवती महिलाओं को संबोधित करते हुए मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के दौरान उचित देखभाल, नियमित जांच, संतुलित आहार, टीकाकरण और समय पर चिकित्सकीय परामर्श अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने उपस्थित महिलाओं को समझाया कि माँ का स्वास्थ्य बेहतर होगा तो बच्चे का भविष्य भी सुरक्षित रहेगा। कार्यक्रम में विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं, प्रसव पूर्व जांचों और नवजात शिशुओं की देखभाल के तरीकों पर भी जानकारी प्रदान की गई।

इसके बाद एचआईवी परामर्श एवं परीक्षण सेवाओं के काउंसलर डॉ. विजय कुमार शांडिल ने एचआईवी और सिफलिस के ऊर्ध्वाधर संचरण (माँ से बच्चे में संक्रमण) को रोकने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था के दौरान एचआईवी और सिफलिस की समय पर जांच करवाना बेहद ज़रूरी है। यदि गर्भवती महिला की जांच समय पर हो जाए, तो उचित उपचार से शिशु को संक्रमण के खतरे को लगभग शून्य किया जा सकता है। उन्होंने सभी गर्भवती महिलाओं से अपील की कि वे पहले तिमाही में ही अपनी जाँच अवश्य करवाएँ और स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई निःशुल्क सेवाओं का लाभ उठाएँ।

डॉ. शांडिल ने यह भी बताया कि ऊर्ध्वाधर संचरण को समाप्त करने के लिए शत-प्रतिशत गर्भवती परीक्षण सुनिश्चित करना सबसे पहली आवश्यकता है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे घर–घर जाकर गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए प्रोत्साहित करें ताकि कोई भी महिला जांच से वंचित न रहे। उन्होंने बताया कि समय पर जांच, उपचार, परामर्श और सुरक्षित प्रसव प्रक्रिया से एचआईवी और सिफलिस दोनों का ऊर्ध्वाधर संचरण रोका जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने स्तनपान से जुड़े एहतियातों और जन्म के तुरंत बाद शिशु की देखभाल के बारे में भी जागरूकता दी।

कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं और स्वास्थ्य कर्मियों ने संकल्प लिया कि वे अपने क्षेत्र में एचआईवी/एड्स तथा सिफलिस के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएँगी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ना, समय पर जांच करवाना और ऊर्ध्वाधर संचरण को पूर्णतः समाप्त करने के लिए समाज को जागरूक करना था।

Leave a Reply

Recent News

शिक्षा का सही उद्देश्य युवाओं को उत्तरदायी बनाना – डॉ. शांडिलगुणात्मक स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध – संजय अवस्थी1.27 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित स्वास्थ्य केन्द्र लोगों को समर्पित

शिक्षा का सही उद्देश्य युवाओं को उत्तरदायी बनाना – डॉ. शांडिलगुणात्मक स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध – संजय अवस्थी1.27 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित स्वास्थ्य केन्द्र लोगों को समर्पित

Advertisement