कुनिहार
अक्षरेश शर्मा
रामलीला जन कल्याण समिति कुनिहार के सौजन्य से राम लीला के आठवें दिन का आगाज हनुमान व शनि देव की आकर्षक झांकी के साथ हुआ।
कुनिहार के प्रमुख व्यवसाई व रामलीला के संस्थापक सदस्य सतीश मित्तल जी के परिवार से सूर्यांश ने आरती में हाजिरी लगा कर प्रभु राम का आशीर्वाद लिया।
रामलीला जनकल्याण समिति कुनिहार के वरिष्ठ सदस्य मुकेश शर्मा ने मुख्य अतिथि को पटका एवं भागवत गीता देकर सम्मानित किया।
विदित रहे कि 1987 में रामलीला को कुनिहार में आरम्भ करवाने में सतीश मित्तल का बहुत बड़ा योगदान है व तभी से हर वर्ष रामलीला के बेहतर मंचन के लिये समिति को आवश्यक सुझाव सहित पूर्ण सहयोग देते रहते है।
प्रभु राम के चरणों मे हाजिर हो कर सूर्यांश ने 5100 रु समिति को दिए।
वन्ही राम लीला के आठवें दिन राधा रमन शर्मा के निर्देशन में लंका दहन के खूबसूरत दृश्य का भव्य व सुंदर मंचन किया गया।
रामलीला का आगाज हनुमान,अंगद,जामवंत,नल नील आदि वानरों द्वारा सीता माता की खोज में समुद्र तट पर पहुंच कर विशाल सागर को किस तरह पार किया जाए,सभी का चिंता में पड़ना।जामवंत द्वारा हनुमान को उनकी शक्तियों को बताना व हनुमान का लंका पहुंचना। लंकनी से हनुमान का सामना, सीता माता की खोज में अशोक वाटिका में आना व अशोक वाटिका में माता सीता से भेंट कर उन्हें प्रभु राम द्वारा दी मुद्रिका को देना,माता की आज्ञा से वाटिका के फलों को खाना व वाटिका को उजाड़ना,मेघनाथ द्वारा हनुमान को पकड़ कर रावण के समक्ष ले जाना,हनुमान की पूंछ में रावण द्वारा आग लगवाना व लंका दहन के दृश्यों का खूबसूरत मंचन किया गया।दर्शको द्वारा रामलीला के किरदारों के अभिनय की जंहा प्रशंसा की जा रही है तो वन्ही मेकअप व साज सज्जा को भी भरपूर प्रोत्साहन मिल रहा है। वन्ही किसी भी दृश्य में संगीत के बेहतरीन इफेक्ट्स के लिए जय शर्मा,मंच की साजो सजा में गौतम,प्रथम,गोलू व अन्नू की भागीदारी से जंहा चार चांद लग रहे है,तो वन्ही मंच की लाइट व साउंड में हैप्पू ने कड़ी मेहनत की है।
इस दौरान समिति के संस्थापक देवेंद्र शर्मा व अक्षरेश शर्मा,प्रधान रितेश जोशी, आशीष द्विवेदी, अरविन्द जोशी,विनोद भारद्वाज संजय जोशी,संदीप जोशी,आशीष द्विवेदी,मुकेश शर्मा अजय जोशी ,राहुल,रोहित महंत सहित समिति के युवा मौजूद रहे जोकि रामलीला के मंचन में अपना उल्लेखनीय योगदान दे रहे है।