सोलन/पवन कुमार सिंघ
भारतीय सेवा के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान के साथ जारी टकराव के बीच हिमाचल में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। राज्य सरकार ने सभी जिलों के डीसी और एसपी को स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए आवश्यक कदम उठाने को कहा है। बिजली परियोजनाओं के बांधों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अन्य क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी समीक्षा करने को कहा गया है। सभी जिलों के उपायुक्त अपने क्षेत्र में हैल्थ और सिविल डिफेंस नेटवर्क को फंक्शनल करने में लगे हैं। किसी भी तरह की आपात स्थिति में फस्र्ट रिस्पांडर कौन होगा, इसको लेकर बैठकों का दौर जारी है। सभी जिलों को कम्युनिकेशन सिस्टम और वैकल्पिक कम्युनिकेशन सिस्टम को ठीक रखने को कहा गया है। इससे एक दिन पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई आपात बैठक के बाद स्वास्थ्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग में लंबी छुट्टियां देने पर रोक लगा दी थी।
अस्पतालों और दवाओं की व्यवस्था को भी ठीक करने को कहा गया है। एंबुलेंस सिस्टम को फंक्शनल रखने के निर्देश हैं और सभी जिले इसी अनुसार काम कर रहे हैं। गुरुवार को पाकिस्तानी सेवा के द्वारा कुछ शहरों को मिसाइल के जरिए निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। हालांकि भारतीय सेना ने इन मिसाइल को आसमान में ही गिरा दिया था। इस हमले में हिमाचल या राजधानी शिमला के नजदीक स्थित शहर चंडीगढ़ को भी निशाना बनाया गया था। यह इनपुट आने के बाद जिलों को राज्य सरकार ने फिर से अलर्ट मैसेज भेजा है। शिमला में डिजास्टर अथॉरिटी अलग से अपने स्तर पर काम कर रही है। गुरुवार को भी सुबह से ही धर्मशाला में होने जा रहे हैं आईपीएल के मैच को लेकर असमंजस की स्थिति थी।