सोलन/पवन कुमार सिंघ
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच हिमाचल की सरहद से देशभक्ति की बड़ी आवाज़ आई है। एशिया की सबसे बड़ी मानी जाने वाली नालागढ़ ट्रक यूनियन ने भारतीय सेना को नि:शुल्क ट्रक देने की घोषणा की है। यह ऐलान ऐसे समय में हुआ है, जब देश एक बार फिर सतर्कता की स्थिति में है और सीमाओं पर हलचल तेज़ हो चुकी है। यूनियन के अध्यक्ष हरभजन सिंह महासचिव एडवोकेट दिनेश कौशल, सोसायटी के प्रधान जितेंद्र ने कहा कि देश पहले है और व्यापार बाद में। हमारी यूनियन के सभी चालक और ट्रक मालिक मातृभूमि की सेवा के लिए पूर्णत: समर्पित हैं।
सेना को आवश्यकता पडऩे पर हम तुरंत नि:शुल्क ट्रक और चालक मुहैया कराएंगे। करीब 10,000 ट्रकों से सुसज्जित नालागढ़ ट्रक यूनियन न केवल हिमाचल, बल्कि पूरे एशिया की सबसे बड़ी यूनियनों में गिनी जाती है। यह यूनियन जब एक स्वर में खड़ी होती है, तो उसका असर सिर्फ सडक़ों पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्र के आत्मबल पर भी पड़ता है। दिनेश कौशल ने यह भी कहा कि यह समय एकजुटता दिखाने का है। हमारी यूनियन का हर सदस्य देश की रक्षा में सहयोग देने को तैयार है
हम भी पहुंचेंगे बॉर्डर पर
ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि देश के लिए योगदान देना सिर्फ बंदूक उठाने तक सीमित नहीं है। रसद, लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन भी उतनी ही अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में नालागढ़ से चलने वाले हज़ारों ट्रक यदि सेना के लिए काम में आते हैं, तो इससे बड़ा गर्व का क्षण कुछ नहीं हो सकता।
