अर्की आज तक
कुनिहार(अक्षरेश शर्मा): भारी बारिश के चलते गंभर खड्ड में आए उफान के चलते जहां खड्ड किनारे बने मंदिर व खेत जलमग्न हो गए हैं ,तो वहीं प्रदेश सरकार द्वार कुछ ही माह पहले लोकार्पित किए गया बांवा बाड़ी पुल भी पहली बरसात भी नही झेल पाया।
अर्की, कसौली व दून विधानसभा क्षेत्रों को जोडऩे वाले इस पुल का कुछ ही माह पूर्व ही प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया था , लेकिन भारी बरसात के चलते पुल के दोनों ओर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी है और पुल के गिरने का खतरा भी बन गया है।
पुल के उद्घटान के चकर में आनन फानन में इस पुल को तैयार करने की जल्दबाजी की गई। अब ग्रामीणों ने एहतियातन इस पुल से सफर करना छोड़ दिया है।
विदित रहे कि अर्की ,दून व कसौली विधानसभा क्षेत्रों को जोडऩे वाले इस पुल की मांग करीब तीन दशकों से की जा रही थी। करीब 8 वर्ष पूर्व तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय इस पुल का शिलान्यास किया गया था। लेकिन भाजपा सरकार का कार्यकाल खत्म होने के बाद भी इस पुल का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ था। हालांकि प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस सरकार बनते ही इस पुल के निर्माण में तेजी लाई गई व 9 मई 2023 को प्रदेश के नायक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका उद्घाटन किया था। लेकिन पुल का शुभारंभ हुए अभी दो माह का ही समय बीता है और अब पहली बरसात में ही यह पुल टूटने की कगार पर है। पुल की इस हालत पर अब इसके निर्माण कार्य पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।