अर्की आजतक
कुनिहार
11 महिलाओं के स्वयं सहायता समूह जय भारती संगठन द्वारा तैयार किये गए होली के हर्बल कलर।
सांस्कृतिक कार्यक्रम से भी होली की महत्ता पर प्रकाश डालेगी संगठन की महिलाएं
अक्षरेश शर्मा
जब हौंसला बना लिया ऊंची उड़ान का।
फिर देखना फिजूल है कद आसमान का।।
उक्त पंक्तियां जय भारती संगठन की महिलाओं पर सटीक बैठती है।संगठन की महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रदेश में संगठन की कार्यकुशलता का लोहा तो मनवा ही रही है,तो वन्ही ग्रुप की महिलाओं को स्वावलम्बी बना कर आर्थिकी को मजबूत करते हुए राष्ट्र निर्माण में मोदी जी के शक्ति रूपा के रूप में उभर रही है।
होली के पावन पर्व पर
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के संगठन द्वारा होली के हर्बल रंग तैयार किये गए हैं,जिसका विकास खण्ड अधिकारी कुनिहार तन्मय कंवर के मार्ग दर्शन में कार्यालय परिसर में 23 मार्च को स्टॉल लगाकर बिक्री के लिये रखे जाएंगे।इस दौरान जय भारती संगठन हाटकोट के तहत ब्लॉक कुनिहार की 11 स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं सांस्कृतिक कार्यक्रम से होली की महत्ता को चार चांद लगायेंगी।
जय भारती संगठन की अध्यक्ष संतोष शर्मा ने बातचीत में बताया,कि संगठन के तहत ब्लॉक की 11 स्वयं सहायता समूह की करीब 100 महिलाओं ने होली के लिए गुलाब,गेंदा व अन्य फूलों से हर्बल रंग तैयार किये है। हरा,पीला,लाल,गुलाबी रंग तैयार करने के लिए महिलाओं ने आरा रोट, हल्दी,चुकंदर जैसे हर्बल प्रोडक्ट का उपयोग किया है,ताकि लोगो को कैमिकल युक्त रंगों से निजात मिल सके। अक्सर केमिकल युक्त रंगों के उपयोग से होली के दौरान स्किन व आंखों में जलन के लक्षण देखे जा सकते है।कुनिहार क्षेत्र के रिटायर्ड आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ नागेश शर्मा ने भी लोगो से होली के दौरान लोगो से हर्बल रंगों के उपयोग की बात कही,ताकि स्किन व आंखों से सम्बंधित रोगों से न जुझना पड़े।
इस दौरान संगठन की संतोष शर्मा,निशा जोशी,पूनम धवन,शिला शर्मा,कांता जोशी,मीनाक्षी शर्मा सहित कई महिलाएं मौजूद रही।