दाड़लाघाट
राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धुंदन में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर प्रातः कालीन सभा में प्रधानाचार्य सरताज सिंह राठौर की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वरिष्ठ प्रवक्ता महेंद्र पाल कौंडल ने बताया कि 6 दिसंबर 1956 को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का देहावसान हुआ था और इस दिन को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने 1956 में बौद्ध धर्म को अपनाया था और परिनिर्वाण बौद्ध धर्म के प्रमुख सिद्धांतों में से एक है। प्रधानाचार्य सरताज सिंह राठौर ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी बड़े समाज सुधारक और विद्वान थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन जातिवाद को खत्म करने और गरीब और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए अर्पित किया। इस अवसर पर विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर फूल माला व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।