अर्की आजतक (ब्यूरो):-
महिला एवं युवा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को दाड़ला के झरना भोजनालय के सभागार में आयोजित किया गया। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की सदस्या डॉ. रचना गुप्ता कार्यक्रम की मुख्यातिथि रही।
इस मौके पर डॉ. रचना गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के सीमित साधन होते हैं। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों के अभिभावकों को अपने बच्चों से दसवी कक्षा के उपरान्त पाठयक्रम का चयन सोच समझ कर करवाना चाहिए ताकि भविष्य में आजीविका के लिए संघर्ष न करना पड़े। उन्होंने कहा कि बेरोज़गार महिलाओं तथा बेटियों को अपने घर पर ही आजीविका के संसाधन जुटाने का प्रयास करना चाहिए ताकि वे आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बन सकें।
डॉ. गुप्ता ने मीडिया कर्मियों का आहवान किया कि महिलाओं द्वारा घर पर एवं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से बनाए गए उत्पादों का व्यापक प्रचार प्रसार करें ताकि महिलाओं के स्वरोज़गार की तरफ बढ़े कदम सफल हो सकें। इसके अलावा महिलाओं व युवाओं को करियर परामर्श से संबंधित विषय पर जानकारी प्रदान की। उन्होंने इस अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी का भी शुभारम्भ किया और प्रदर्शित उत्पादों में गहरी रूचि दिखाई।
कार्यक्रम में एडीसी सोलन ज़फ़र इकबाल ने कहा कि ‘जीवन के मुख्य उद्देश्य व सफलता का प्रमाण क्या होता है’ इस उद्देश्य के साथ आज महिला एवं युवा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
ज़फ़र इकबाल ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनना चाहिए तथा युवाओं को परामर्श दिया कि वह जीवन में आगे बढ़ने के लिए लक्ष्य निर्धारित करे उसे प्राप्त करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों को संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान करनी चाहिए।
इससे पूर्व कार्यकारी एसडीएम अर्की मयंक शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्रदान की। खंड विकास अधिकारी कुनिहार तारा शर्मा ने भी विकासात्मक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर पंचायत प्रधान बरायली रीता शर्मा, उपप्रधान कृष्ण चन्द भट्टी, उपप्रधान दाड़ला हेमराज ठाकुर, अधीक्षक एसडीएम अर्की परमिंदर, वरिष्ठ सहायक राजेन्द्र ठाकुर, पूर्व उपप्रधान दाड़ला राजेश गुप्ता, बीडीसी के पूर्व उपाध्यक्ष जगदीश ठाकुर, ललित गौतम, मस्त राम, कमलेश, बलदेव, कर्मचन्द सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।