09/10/2024 8:56 pm

ट्रक ऑपरेटर की रैली हुई आज वहीं हुआ कुछ नाटकीय मोड़

[adsforwp id="60"]

अर्की आज तक (ब्यूरो)

दाड़लाघाट में माल ढुलाई को लेकर चल रहे विवाद को हल करवाने के लिए ट्रक ऑपरेटरों द्वारा प्रदर्शन 23वें दिन में प्रवेश कर गया।ऐसे में अब कंपनी व ट्रक आपरेटर्स के ढुलाई विवाद के बीच में आपसी लड़ाई भी तूल पकड़ गई है।किसी राजनीतिक व्यक्ति को मंच पर बुलाने के कारण कुछ ट्रांसपोर्टर्स नाराज हो गए क्योंकि कोर कमेटी में पहले ही फैसला हो चुका था की राजनीतिक व्यक्ति कोर कमेटी के फैसले के अनुसार ही बुलाया जाएगा लेकिन जब इस फैसले के विरुद्ध राजनीतिक व्यक्ति को मंच के समीप बुलाया गया तो कुछ ट्रांसपोर्टर नाराज हो गए और विवाद पनप गया।वीरवार को सैकड़ों की संख्या में ट्रक ऑपरेटर्स दाड़लाघाट में एकत्रित हुए और अदानी ग्रुप के विरुद्ध जमकर रोष प्रकट किया।ट्रांसपोर्टर्स एक विशाल आक्रोश रैली के रूप में अंबुजा गेट से चलकर दाड़लाघाट बस स्टैंड पर रुके और तत्पश्चात अदानी ग्रुप के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी करते हुए अदानी ग्रुप गो बैक ये अडानी सदानी नहीं चलेंगे इत्यादि नारे लगाते हुए वापिस अंबुजा चौक पर पहुंचे।ट्रांसपोर्टर्स ने अंबुजा चौक में करीब 2 घन्टे तक धरना दिया।धरने को संबोधित करते हुए बीडीसी अध्यक्षा सोमा कौंडल,उपाध्यक्ष मनोहर लाल व प्रधान विकास परिषद के अध्यक्ष रूप सिंह ठाकुर ने कहा कि ऑपरेटर कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं,अंबुजा सीमेंट उद्योग पर प्रबंधन की ओर से ताला लगा दिया गया है,उन्होंने कहा कि कुनिहार ब्लॉक के पूरे प्रतिनिधि ट्रक ऑपरेटरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।ऑपरेटरों की ओर से इस तालाबंदी को खुलवाने को लेकर जो भी निर्णय लिया जाएगा,उसका समर्थन किया जाएगा।उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि स्वयं इस मसले में हस्तक्षेप कर मसले को सुलझाएं।
समाजसेवी राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि ने ट्रक ऑपरेटरों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि अडानी समूह द्वारा बिना किसी सूचना के अम्बुजा प्लांट बन्द कर देना न्याय संगत नहीं है।उन्होने कहा कि ट्रक ऑपरेटरों के अलावा अधिकतर दुकानदारों,रेहड़ी फड़ी व मैकेनिकों के अलावा अन्यों की रोजी-रोटी कम्पनी पर निर्भर है।ठाकुर ने कहा कि ट्रक ऑपरेटरों ने जब भी अपना हक मांगा आंदोलन करके मांगा है इसलिए सभी को एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़नी चाहिए।उन्होंने कहा कि भारत पर जिस तरह अंग्रेजों ने राज कर यहाँ के लोगों पर शोषण किया था,वैसे ही अडानी समूह भी दाड़लाघाट के लोगों के हितों के साथ खिलवाड़ करके उनके अधिकारों का हनन कर रहे है जो किसी भी सूरत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।ठाकुर ने कहा कि हाल ही में उपायुक्त सोलन के साथ ट्रक यूनियनों,कम्पनी प्रबंधन व प्रशासन के मध्य हुई बातचीत बेनतीजा होने पर उपायुक्त द्वारा एसडीएम अर्की को मध्यस्थता करने के लिए अधिकृत करना एक हास्यपद है।उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस मसले में अपनी संजीदगी दिखाते हुए इसका समाधान निकालना चाहिए।

 

वहीं रैली दौरान आया नाटकीय मोड़

 

दाड़लाघाट में ट्रांसपोर्टर्स का 23 दिनों से चल रहा शांतिपूर्ण आंदोलन उस समय अशांत तथा तनावपूर्ण हो गया,जब मंच पर किसी राजनीतिक दल के किसी भी प्रतिनिधि के आने को लेकर ट्रक ऑपरेटर्स में गतिरोध उत्पन्न हो गया और ट्रांसपोर्टर्स कई धड़ों में बंट कर अलग-अलग बयानबाजी करने लग पड़े।शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा आंदोलन तू-तू मैं-मैं में तब्दील हो गया।जिससे स्थिति करीब 25 मिनट तक एक दूसरे पर आक्षेप करते हुए ट्रक ऑपरेटर गुस्साए व अपनी अपनी डफली बजाते रहे।साथ ही शांतिप्रिय ढंग से चल रहे आंदोलन में ट्रक ऑपरेटर्स में आक्रोश एक दूसरे पर आक्षेप करते हुए।अंबुजा चौक में देखने को मिला।ऑपरेटरों में गुस्सा था कि मंच को राजनीति में तब्दील न करके इस आंदोलन को सिर्फ ट्रांसपोर्टर्स का आंदोलन रहने दिया जाए।ऑपरेटरों ने कहा कि इस आंदोलन में किसी भी तरह की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।हालांकि इस दौरान पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे लेकिन ऑपरेटर्स के गुस्से को पुलिस कर्मी भी देखते रहे।वहीं,आपसी हस्तक्षेप के बाद यह मसला सुलझाया गया।करीब 2 बजकर 10 मिनट में माहौल को शांत करवा गय।ऑपरेटरों में खूब बवाल व हंगामा रहा।जबकि कुछ एक सभाओं के ट्रक ऑपरेटर्ज व सभा के विशिष्ठ सदस्य आंदोलन को बीच में ही छोड़कर जाते ही देखे गए।ऑपरेटरों में चर्चा रही कि इस तरह आंदोलन में आने के लिए सभी का सहयोग इस मुश्किल की घड़ी में साथ है साथ ही ऑपरेटरों ने कहा कि आज जो लोग इस दुःख की घड़ी में हमारा साथ देने के लिए आए हैं उनकी हाजिरी रोज सुनिश्चित करनी होगी।यह भी सुनिश्चित किया गया कि आंदोलन को कोई विशेष व्यक्ति नहीं चलाएंगे जिससे आंदोलन कमजोर हो,सर्वसम्मति से जो फैसला लिया जाएगा उसी के अनुसार आंदोलन चलाया जाएगा।इसके उपरांत संघर्ष कमेटी की एक आपातकालीन बैठक बाघल लैण्डलूजर परिवहन सभा के सभागार में आयोजित हुई।बैठक में 8 सभाओं के ट्रक ऑपरेटर सदस्यों ने भाग लिया।बीडीसी के पूर्व उपाध्यक्ष जगदीश ठाकुर ने कहा कि आज जो एपिसोड हुआ उसका मकसद यह था कि सरकार और ट्रांसपोर्टरों के बीच जो बात चल रही है उसमें व्यवधान पैदा किया जा सके,जबकि कोर कमेटी का फैंसला था कि सरकार के फैसले आने तक किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को नही बुलाया जाएगा।उन्होंने कहा कि अभी महापंचायत के बाद ही निर्णय होगा।बाघल लैण्डलूजर के पूर्व प्रधान राम कृष्ण शर्मा ने कहा कि बैठक में 8 सभा के सभी ट्रक ऑपरेटरों ने एकमत होकर फैसला लिया कि सभी सभाओं से 11-11 सदस्य कोर कमेटी से मनोनीत किया जाए।साथ ही जो भी फैसला होगा वो कोर कमेटी करेगी वही सभी को मान्य होगा।शर्मा ने बैठक में ऐतराज जताया कि बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि इस आंदोलन को कुछ लोग हाइजेक करने की कोशिश कर रहे है व पार्टी विशेष के सदस्यों को इसमें लाकर हस्तक्षेप करने की तैयारी में है,जबकि ट्रांसपोर्टर्स 8 तारीख तक किसी भी राजनीतिक सदस्य को इसमे शामिल नही करना चाहते,उन्होंने कहा कि पिछले कल फैंसला लिया कि आगामी आदेशो व महापंचायत के बाद ही हम किसी राजनीतिक विशेष को बुलाएंगे,उन्होंने कहा कि आज भी यहां किसी सदस्य द्वारा राजनीतिक पार्टी के एक सदस्य को बुलाया था जिसका हम कड़ा विरोध करते है,उन्होंने कहा कि कंपनी यदि स्थानीय लोगों का रोजगार छीनने की कोशिश करेगी तो ट्रक ऑपरेटर भी एकजुट होकर अपने हकों की लड़ाई लड़ेंगे।इस अवसर पर एसडीटीओ के प्रधान जयदेव कौंडल,कोषाध्यक्ष राम कृष्ण बंसल,डायरेक्टर रमेश ठाकुर,एडीकेएम ट्रांसपोर्ट सोसाइटी से हेमराज,बंटू शुक्ला,माइनिंग एरिया सभा से परस राम,सैनिक परिवहन से रोशन ठाकुर सहित विभिन्न सभाओं के ट्रक ऑपरेटर मौजूद रहे।

Leave a Reply