अर्की आज तक
कुनिहार(अक्षरेश शर्मा)
शिव तांडव गुफा कुनिहार में प्रकृति भोले नाथ का अभिषेक स्वयं करती नजर आ रही है।पिछले दो दिनों से सुबह सुबह हो रही जोरदार बारिस को देख कर ऐसा लग रहा है,जैसे गंगा मैया स्वयं धरा पर उतर कर अमरनाथ गुफा की तरह ही पावन शिव तांडव गुफा में प्राकृतिक शिव लिंग का अभिषेक कर रही हो। जनश्रुति के अनुसार कालांतर में कभी गुफा की शिलाओं से दूध की धारा बहती थी,जिसके कारण गुफा के पत्थर दुधारू रंग या संगमरमरी दिखते है। गुफा में विराजित शिव पिंडी के ऊपर शेष नाग पूरी गुफा के भार को अपने मस्तक पर उठाए हुए है।
जैसे कभी भागीरथ की कठोर तप के कारण मां गंगा धरती पर भोले शंकर की जटाओं में शमा कर धरती पर जग कल्याण के लिए उतरी थी कुछ ऐसा ही नजारा जिला सोलन के अंतर्गत कुनिहार की इस प्राकृतिक गुफा के दीदार कर देखने को मिलेगा,जंहा गुफा की कठोर चट्टानों से होते हुए गंगा मैया साक्षात भोले शंकर का अभिषेक कर रही हो।