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विभिन्न विद्यालयों में आपदा से निपटने के लिये मॉक ड्रिल के आयोजन की विस्तृत रिपोर्ट

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अर्की आजतक

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दाड़लाघाट

अंतरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के मौके पर राजकीय उच्च विद्यालय हनुमान बड़ोग मे मुख्याधायपक प्रकाश चंद बट्टू की अध्यक्षता मे आपदा से बचाव हेतु मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमे भविष्य मे आपदा के समय बचाव हेतु विभिन्न बचाव दलो का गठन किया गया। जिसमे खोज व बचाव दल ने प्रकाश चंद व हेमराज के नेतृत्व मे क्विक रिएक्शन टीम मे विनोद व मनोज के नेतृत्व मे मॉक ड्रिल का आयोजन किया। खोज व बचाव दल ने घायलों की तलाश कर उन्हे सुरक्षित निकाला व प्राथमिक उपचार दल ने प्राथमिक चिकित्सा सहायता दी। इस प्रकार सभी बच्चो ने आपदा के समय मे होने वाले नुकसान से बचाव हेतु आपदा प्रबंधन के गुर सीखे। मुख्याधायपक पीसी बट्टू ने बच्चो से आव्हान किया कि आपदा से बचाव हेतु इस प्रकार की मॉक ड्रिल करते रहना चाहिए ताकि भविष्य मे किसी भी प्रकार की आपदा से बचा जा सके।इस अवसर पर धर्मपाल, हेमराज,सुरेंदर कुमार उपस्थित रहे।


दाड़लाघाट
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घड़याच में प्रधानाचार्य जोगिंदर सिंह की अध्यक्षता में अंतराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया। सभी बच्चों ने झुको,ढको,पकड़ो की तकनीक को अपनाया और भूकंप के झटके थमने के बाद लाइन में बच्चें बाहर खुले में इकट्ठे हुए और अपने घायल साथियों की सूचना दी। खोज व बचाओ टीम ने सभी घायल हुए विद्यार्थियों को बाहर लाया और उनको प्राथमिक चिकित्सा उपचार दिया। डिब्रीफिंग के दौरान वरिष्ठ प्रवक्ता अमर सिंह वर्मा ने बच्चों को वैश्विक स्तर पर आपदा जोखिम को कम करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1990 में 13 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस घोषित किया। इसका कारण आपदाओं के बारे में लोगों को जागरूक करना वह उससे होने वाले नुकसान को कम करना है। प्रधानाचार्य जोगिंदर सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश आपदा के प्रति बहुत ही ज्यादा संवेदनशील है और प्रदेश में समय-समय के ऊपर विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाएं आती रहती है जिससे बड़ी संख्या में लोगों की जान जाती है और भारी मात्रा में संपत्ति का नुकसान होता है। आपदाओं को रोकना असंभव है लेकिन समय पर उचित जानकारी से इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रवक्ता अमर सिंह वर्मा,शीला देवी,सुनीता,राजो देवी,चंद्रमणि,चमन लाल पाठक,ललित कुमार,बलिराम,नेकराम व अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

दाड़लाघाट
राजकीय उच्च विद्यालय कराड़ाघाट में मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इसमें भूकंप आदि आपदाओं के आने पर हम किस तरह से अपना बचाव कर सकते हैं इस बारे में बच्चों से मॉक ड्रिल करवाई गई। विद्यालय के अध्यापक खेमराज शर्मा ने आपदा प्रबंधन के बारे मे विस्तार से बच्चों को बताया व मॉक ड्रिल करवाई। अध्यापक देवेंद्र शर्मा ने भी आपदा से बचाव के लिए विभिन्न उपायों पर जानकारी दी। इस अवसर पर समस्त अध्यापकों व बच्चों ने भाग लिया।


दाड़लाघाट
राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुन्दन की एनएसएस इकाई ने अंतरराष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिवस मनाया। स्वयंसेवी ज्योति ने आपदा व प्रबंधन के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। स्वयंसेवियों ने प्राकृतिक व मानवीय आपदा होने पर गतिविधियां क्रैडल मेथड,कंबल मेथड,सीपीआर,घायल व्यक्ति को पट्टी करने का तरीका व स्टैचर बनाने का तरीका बताया। कार्यकारी प्रधानाचार्य महेंद्र कौंडल ने बताया कि आपदा से बचाव के लिए इन तरीकों को अपनाकर खतरा कम किया जा सकता है।

दाड़लाघाट
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घणागुघाट में प्रधानाचार्य स्मृति कश्यप की अध्यक्षता में मॉक ड्रिल करवाई गई। इस कड़ी में भूकंप व अन्य आपदाओं से निपटने व लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से पूर्ण जानकारी प्रदान की गई। प्रधानाचार्य स्मृति कश्यप ने बच्चों को आपदा प्रबंधन के महत्व के बारे में जानकारी दी।


दाड़लाघाट
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दाड़लाघाट में मॉक ड्रिल का आयोजन किया। सीमा शर्मा व तेजिंदर शर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित मॉक ड्रिल में बच्चों और अध्यापकों को बताया कि किस प्रकार किसी भी बड़ी से बड़ी प्राकृतिक आपदा को आपदा प्रबंधन द्वारा कम किया जा सकता है के बारे में बताया। कार्यक्रम में एनएसएस स्वयंसेवकों ने विशेष रूप से अपनी उपस्थिति सुनिश्चित की। कार्यक्रम में विद्यालय प्रधानाचार्य राजीव गौतम,उपप्रधानाचार्य हंसराज शर्मा और विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।


दाड़लाघाट
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बुघार में आपदा प्रबंधन प्रभारी ईश्वर दत्त वर्मा के मार्गदर्शन में आपदा प्रबंधन को लेकर विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए मॉक ड्रिल तथा अन्य गतिविधियों का आयोजन किया गया। सुरेश कुमार ने अलग-अलग आपदाओं तथा इन आपदाओं के दौरान किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में विद्यार्थियों से महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। इसके पश्चात अध्यापिका शीला देवी व ईश्वर दत्त वर्मा के मार्गदर्शन में आपदा प्रबंधन को लेकर चित्रकला तथा निबंध लेखन का आयोजन भी किया।

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