27/12/2024 6:26 am

योग हमारे ऋषि-मुनियों की इस विश्व को अद्भुत देन है: पुष्पा कौशल

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अर्की आजतक (ब्यूरो)

हिमाचल एकेडमिक स्कूल बाहवां में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महिला पतंजलि योग समिति हरिद्वार की सोलन जिला प्रभारी योग शिक्षिका श्रीमती पुष्पा कौशल  के द्वारा बच्चों व अन्य योग साधकों को विभिन्न योग मुद्राओं एवं प्राणायाम ताड़ आसन, वृक्ष आसान, अर्धचक्रासन, दंड आसान, भस्त्रिका,कपालभाती, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी आदि का अभ्यास करवाया। व कहा कि योग हमारे ऋषि-मुनियों की इस विश्व को अद्भुत देन है। योग व प्राणायाम का अभ्यास करके शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर स्कूल एस०एम०सी० की प्रधान श्रीमती प्रोमिला ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रही
उन्होंने योग दिवस की बधाई देते हुए उपस्थिति जनों के स्वस्थ जीवन की कामना की है एवं कहा की सभी को स्वस्थ रहने के लिए अपने जीवन में नियमित रूप से योगाभ्यास करना चाहिए। योग की सभी गतिविधियों में विद्यार्थियों ने उत्साह दिखाया।इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक रूप राम शर्मा द्वारा समिति की प्रधान व योग शिक्षिका पुष्पा कौशल को सम्मानित किया। उन्हहोंने कहा की योग भारतीय संस्कृति का आधार है।
भारत में योग का इतिहास लगभग 5000 साल पुराना है. मानसिक, शारीरिक एवं अध्यात्म के रूप में लोग प्राचीन काल से ही इसका अभ्यास करते आ रहे हैं। संस्थान की प्रधानाचार्य श्रीमती संगीता शर्मा ने संबोधन में कहा की योग की उत्पत्ति सर्वप्रथम भारत में ही हुई थी इसके बाद यह दुनिया के अन्य देशों में लोकप्रिय हुआ। योग की बात होती है तो पतंजलि का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।

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