अर्की आज तक
कुनिहार, अक्षरेश शर्मा
हाटकोट मे मदन लाल जोशी परिवार मे चल रही श्री मद भावगत पुराण कथा के छटे दिन ब्यास श्री रामेस्वरा नंद पुरी ने श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का सुन्दर वर्णन किया।तथा रुक्मणि विवाह प्रसंग मे कहा की रुक्मणी का विवाह उसका भाई रुक्मण शिशुपाल के साथ करवाना चहता था लेकिन रुक्मणी कृष्ण के साथ विवाह करना चाह्ती थी तो रुक्मणि ने अपना सन्देश कृष्ण को भेजा तथा उनसे अपनी कुलजा के मंदिर मे पूजा के समय उसे वहा से ले जाने की प्राथना की कृष्ण रथ लेकर उसे अपने साथ ले गए व इस तरह से विधिवत उनका विवाह हुआ ।कथा मे आज सैकडो श्रोताओं ने भाग लिया। तथा लोगो ने भंडारे का प्रसाद भी ग्रहण किया।