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अर्की :- सारमा पंचायत के सचिव की कार्यशैली से लोगो मे नाराजगी।

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अर्की आज तक

अर्की 12 अक्तूबर(ब्यूरो)

सरकारें ग्रामीण विकास कार्यों के लिए पंचायतों को मनरेगा व अन्य योजनाओं के तहत फंड मुहैया करा रही है वहीं एक पंचायत में पंचायत सचिव की वजह से यह कार्य पूरे नहीं हो पा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला अर्की उपमंडल की ग्राम पंचायत सारमा का है। जहां ग्रामसभा का कोरम पंचायत सचिव की नकारात्मक कार्यशैली के कारण अधूरा रह गया। पंचायत सचिव की ऐसी कार्यप्रणाली से सारमा पंचायत के लोग खासा नाराज हैं। मंगलवार को पंचायत सारमा में ग्रामसभा का आयोजन किया गया । जिसमें लोग तेज बारिश के चलते भी पंचायत कार्यालय में ग्रामसभा को पहुंचे। लेकिन सचिव के अड़ियल रवैया की वजह से ग्रामसभा का कोरम पूरा नहीं हो सका। स्थानीय लोगों में संजय, हरीश , बालकराम,रामनाथ,रविराज,नंदलाल, अजय , सुनील दत्त, जीतराम, संतराम, अमीचंद, उर्मिला, रेखा, लता, रमेश चंद, खेमराज, खेमचंद व नरपत ने बताया कि रात से हो रही तेज बारिश में लोग पंचायत की जनसभा में भाग लेने के लिए एक एक कर आ रहे थे। उन्होंने कहा कि इसी बीच सचिव ने लोगों की प्रतीक्षा किए बिना दोपहर 1:47 बजे अपनी कार्यवाही को बीच में बंद कर दिया और कहने लगे कि पंचायत सभा का कोरम पूरा नही हुआ और कार्यवाही यहीं रोक जाती है। वह उसी समय उठ कर रजिस्टर साथ लेकर कोरम स्थल से कहीं बाहर चले गए।लोगों ने बताया कि जब सचिव ने कार्यवाही रोकी तब तक कम से कम 48 लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवा ली थी और लोगों का आना निरन्तर चला हुआ था। उन्होंने बताया कि दिन तक पंचायत घर में ग्रामसभा के लिए लगभग 60 से 65 लोग पहुंच चुके थे। लेकिन सचिव बीच में कार्यवाही छोड़ कर नही जाते तो आज हमारी पंचायत का कोरम पूरा हो जाता। उन्होंने कहा कि काफी समय से मनरेगा के तहत होने वाले कार्य कोरम पूरा न होने की वजह से अधूरे पड़े हुए हैं। लेकिन आज सचिव द्वारा अपनी कार्यवाही थोड़ी देर और रुक कर की जाती तो कोरम पूरा हो जाता तो और मनरेगा व अन्य स्कीमों के तहत ग्रामीणों के विकास कार्य हो सकते थे। स्थानीय लोगों ने कहा कि आज हमारी मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों की सैल्फे पड़ जाती तो हमारे कई महीनों से रुके हुए काम पूरे हो जाते। स्थानीय लोगों ने बताया कि सचिव इससे पहले भी 2 अक्टूबर को कार्यवाही बीच मे छोड़कर चले गए थे। जबकि 2 अक्टूबर को कोरम पूरा था बावजूद इसके उन्होंने किसी की भी कोई मनरेगा की सेल्फ नही डाली । ग्रामीणों ने सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा कि न जाने क्यों सचिव साहब गांव के विकास कार्य करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं ।अगर सचिव का रवैया ऐसा रहेगा तो हम अपने गांव के विकास कार्य कैसे करवाएंगे। ग्रामीणों ने दुःखी हो कर सचिव की शिकायत 1100 नंबर पर भी दर्ज करवा दी है। उन्होंने  सरकार से गुहार लगाई है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करके सारमा पंचायत की जनता को इंसाफ दिलाया जाए। ताकि लोग सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं से वंचित न रह सके। अगर यही हाल इस सचिव का रहा तो सरकार को आने वाले चुनाव में इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है

जब इस बारे पंचायत प्रधान रीना शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव सभा के बीच से ही अचानक कहीं चले गए ।लोग बैठक में पहुंचने के लिए थोड़े लेट हो गए क्योंकि सवेरे से बारिश बहुत तेज थी इस कारण लोग कुछ रुक कर आ रहे थे उन्होंने बताया कि दोपहर 2:35 बजे तक लगभग 60 से 65 सभी लोग पहुंच चुके थे जिससे कोरम पूरा हो जाना था। लोगों ने सचिव को कोरम पूरा होने की बात फोन करके भी बताई की हम आ रहे है , इसके बावजूद भी सचिव ने कार्रवाई लिखने के लिए मना कर दिया। उन्होंने बताया कि सचिव की शिकायत पी आई, डी पी ओ से भी की है उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोरम पूरा हो रहा है तो सचिव थोड़ी देर रुक सकते थे लेकिन सचिव ने कार्यवाही के लिए मना ही कर दिया। उन्होंने बताया कि उन्होंने 2 अक्टूबर को भी ऐसा ही किया था जिस कारण ग्रामसभा के जो काम पड़े थे उन्हें रद्द कर दिए। जबकि लोग बहुत दूर-दूर से अपने कार्य को ग्राम सभा में डलवाने के लिए आए थे।

सचिव तुलसी राम ने बताया कि मेरे ऊपर लगे सभी आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि दोपहर 1:47 बजे मैने ब्लॉक को अपने ग्रुप पर मैसेज डाला कि कोरम कम्प्लीट नही हुआ है। उस समय ग्रामसभा में लगभग 22 लोग पहुंचे थे। उसके बाद जब मैने पी आई से बात की उस समय दोपहर 2:31 बजे थे उस समय पर ग्रामसभा मे लगभग 48 लोग उपस्थित थे और  तब मैने कार्यवाही बंद की है। क्योंकि लगभग 60 लोग उपस्थित नही हुए जिस कारण कोरम पूरा नही हुआ इस लिए मैने कार्यवाही बंद कर दी। उन्होंने कहा कि 2 अक्तूबर को स्पेशल महिला ग्रामसभा का आयोजन किया था जिसमे सरकार की गाइड लाइन थी की जल जीवन मिशन व वोटर वेरिफिकेशन के बारे में लोगों को ग्रामसभा में जागरूक करने थे। क्योंकि इस ग्रामसभा में मनरेगा व अन्य कोई भी स्कीम की सैल्फ नही पड़नी थी। मेंने किसी के कोई भी काम नही रोकेहै । सभी कार्य नियमानुसार कर रहा हूं। और ये सभी मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार है।

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