अर्की आजतक (ब्यूरो)
दाड़लाघाट
माल ढुलान विवाद के बाद दाड़लाघाट अंबुजा सीमेंट प्लांट मे लॉक डाउन को 25 दिन हो गए।दाड़लाघाट के ट्रक ऑपरेटर अदानी समूह के अंबुजा उद्योग को खुलवाने की बात कर रहे है लेकिन अंबुजा प्लांट के प्रबंधकों ने दाड़लाघाट में 25 दिनों से प्लांट में तालाबंदी कर रखी है।उक्त बात दाड़लाघाट के ट्रक ऑपरेटरों ने प्रदर्शन के दौरान कही।दाड़लाघाट की आठ सभाओं के ट्रक ऑपरेटरों द्वारा माल ढुलाई के विवाद को हल करवाने के लिए 25 दिनों से लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है।शनिवार को सैकड़ों की संख्या में ट्रक ऑपरेटर अंबुजा के मुख्य द्वार पर एकत्रित हुए और अदानी ग्रुप के विरुद्ध जमकर रोष प्रकट किया।ट्रांसपोर्टर्स द्वारा एक विशाल आक्रोश रैली अंबुजा गेट से चलकर दाड़लाघाट बस स्टैंड तक निकाली गई और तत्पश्चात अदानी ग्रुप के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी करते हुए अंबुजा चौक पर पहुंचे।इसके अलावा ऑपरेटरों ने अंबुजा के मुख्य द्वार के बाहर तंबू लगा दिया है।बाघल लैण्डलूजर के पूर्व प्रधान रामकृष्ण शर्मा ने बताया कि रविवार सुबह 10:30 बजे संघर्ष समिति के आठ सभाओं की कोर कमेटी की एक बैठक बाघल लैण्डलूजर परिवहन सहकारी सभा के सभागार में आयोजित होगी।बैठक में आज तक के आंदोलन की समीक्षा की जाएगी।साथ ही कुछ शरारती तत्वों द्वारा इस आंदोलन को कमजोर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं है,इन तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी।उन्होंने बताया कि महापंचायत व चक्का जाम जैसे तमाम पहलुओं को रविवार को होने वाली बैठक में कोर कमेटी फैसला लेगी।उन्होंने कहा कि पिछले 25 दिनों से ट्रक ऑपरेटरों द्वारा अपनी मांग को लेकर आंदोलन जारी है,लेकिन कंपनी प्रबंधन द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है उन्होंने बताया कि ट्रक ऑपरेटर तो ₹10.58 पैसे को लेकर रहेंगे।लेकिन हमने कोई हड़ताल नहीं की है यह तो अदानी समूह ने लॉक डाउन लगाकर हड़ताल की है,इससे ट्रक ऑपरेटरों को काफी नुकसान हो रहा है।उन्होंने कहा कि कंपनी यदि स्थानीय लोगों का रोजगार छीनने की कोशिश करेगी तो ट्रक ऑपरेटर भी एकजुट होकर अपने हकों की लड़ाई लड़ेंगे।उन्होंने कहा कि 25 दिनों से चल रहे विवाद के बाद अब ट्रक ऑपरेटरो को हिमकान की रिपोर्ट का इंतजार हैं।साथ ही प्रदेश सरकार की रिपोर्ट आने के बाद ही ट्रक ऑपरेटर अगली रणनीति बनाएंगे।