अर्की आज तक
कुनिहार, अक्षरेश(शर्मा)
हिमाचल में हो रही भारी बारिश से अर्की उपमंडल में ही करोड़ों रुपए की सरकारी व निजी सम्पति का नुकसान हो गया है। जिस कारण अर्की में भी सभी सड़के बन्द हो गई है वहीं गांव में लोगों के घरों व खेत खलिहान को भी खतरे बने हुए है। बरसात के कारण कुछ ऐसा ही मंजर कुनिहार क्षेत्र के साथ लगते गांव बाड़ी में देखने को मिल,जब भारी बारिश के चलते पुरे गांव को अपना घर बार छोड़ने को मजबूर होना पड़ा।गावँ के साथ पहाड़ी दरकने के खतरे के साथ ही बारिश में भारी मलबा लोगो के घर खेत खलियानों सहित सड़क तक पहुंच गया। हैरानी की बात है कि इस बाड़ी गाँव के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूटने के वावजूद भी प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने इस गांव की सुध नही ली।वहीं कुनिहार प्रेस क्लब के सदस्य व सम्भव चैरिटीबल संस्था की अध्यक्षा प्रतिभा कंवर ने लगभग गांव के करीब 70 से 80 लोगो की मदद कर नवोदय विद्यालय कुनिहार में ठहरने व खाने पीने की व्यवस्था की । ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने सुबह 1100 नम्बर पर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर मदद की गुहार लगाई थी की उनका पूरा गांव इस भारी बारिश के कारण खतरे की जद में आ गया है और कभी भी पहाड़ी गांव के ऊपर दरक सकती है। लेकिन आश्चर्य की बात ये है कि सायं तक कोई भी प्रशासन का अधिकार यहां तक कि पंचायत के प्रधान ने भी सुध नही ली। लेकिन हमारे गांव के लिए मसीहा बनकर कुनिहार प्रेस क्लब के सदस्य व सम्भव चैरिटी की संस्थापक ने हमारी मदद कर रहने व खाने पीने की व्यवस्था की है। बाड़ी गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन की इस कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। उन्होंने सरकार से सरकार व प्रशासन से मांग की है कि हमारी व मवेशियों की मदद करे व इस खतरे है हमारे बाड़ी गांव को बचाएं।
एस डी एम अर्की यादविंदर पॉल का कहना है कि बाड़ी गांव के लिए हर सम्भव सहायता कर रहे है । उन्होंने कहां की जैसे ही पता चला वैसे ही नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य व पंचायत प्रधान से भी सम्पर्क में थे व हर सम्भव मदद कर रहे थे।तथा जेसीबी मशीन को भी मदद करने को मौके पर भेज दिया था। और ग्रामीणों को रहने के लिए नवोदय विद्यालय कुनिहार में ठहरने व खाने पीने की व्यवस्था की गई । उन्होंने कहां की उपमंडल में बहुत सी जगह लेंड स्लाइड हुए है जिस कारण अनेक खतरें उतपन्न हुए है जिसके चलते खुद मौके के मुययनें कर रहा हूं । प्रशासन जनता की सेवा ले लिए है जो हर वख्त तैयार रहता है ।उन्होंने कहां किसी भी आपदाओं की स्थिति के लिए लोग कभी भी जारी की गए हेल्पलाइन नम्बरों पर फोन कर सकते है।