अर्की आज तक (ब्यूरो):-
कम भूमि वाले किसान व हरिजन किसानों को अपना जीवन यापन करने के लिए थोड़ी थोड़ी आमदनी वाली फसलों को कुहल से सिंचाई के लिए प्रभावशाली लोगों से त्रस्त होकर प्रशासन का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला बलेरा पंचायत के साईं मौजा के निवासियो द्वारा हिकायत पत्र द्वारा उपायुक्त सोलन के समक्ष उठाया गया है। जिसमे
सुभाष चंद, कृष्ण चंद,कमल,आशा राम,नंदलाल, गोपाल,निर्मला, हीरा लाल,प्रेमी, जगतराम, मीनाक्षी,रतनलाल, रामदेई,कांता व अमरदेव सहित अन्य स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सदियों से हुडू खड्ड से मौजा साईं के छोटे बड़े खेतो की सिंचाई के लिए कुहल के माध्यम से पानी प्रयोग किया जाता रहा है तथा बुजुर्गों के आपसी भाईचारे के चलते वर्षा के ज्यादा या कम होने पर उसी तर्ज पर सभी को उनके समयानुसार पानी मिलता रहा है। लेकिन लगभग दो महीनों से कम भूमि वाले गरीब व हरिजन किसानों को सिंचाई के लिए पानी नही मिल रहा है। और इसका कारण गांव के कुछ प्रभावशाली लोगों का आपस मे 15 से 20 दिन लगातार सिचाई करना है। लोगो का कहना है कि इन लोगो ने अपनी भूमि में भारी मात्रा में टमाटर, अदरक,लहसुन व अन्य आमदनी वाली फसल लगाई है तथा उनकी सिचाई के लिए यह हर वक्त पानी की कुहल उसमे लगाए रहते है। और गरीब एवम कम भूमि वाले किसानों व हरिजन किसानों को सिचाई हेतु पानी नही दिया जा रहा है। जिसके चलते उन लोगो की फसल सूखाग्रस्त होकर खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्होंने व स्थानीय निवासियों ने उपायुक्त सोलन को पत्र लिखा है। जिसमे मांग की गई है कि उनके फसलों के नुकसान की जांच करवाएं व उन्हें मुआवजा दिया जाए।