Month: May 2025

  • बी एल स्कूल कुनिहार में मेधावी छात्रों को किया सम्मानित

    बी एल स्कूल कुनिहार में मेधावी छात्रों को किया सम्मानित

    कुनिहार
    बी एल सेंट्रल पब्लिक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार की छात्राओं ने बारहवीं कक्षा तीनो संकायों में टॉप करने वाले मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया I जानकारी देते हुए विद्यालय अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने बताया की हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने बारहवीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया हे जिसमें कला और वाणिज्य संकाय का 100 % परीक्षा परिणाम रहा है और विज्ञान संकाय का 94% परीक्षा परिणाम रहा है I कला, वाणिज्य और विज्ञान संकाय में छात्राओं ने टॉप किया है I कला संकाय में जसविंदर ने 92.4% अंक लेकर टॉप किया है I वाणिज्य संकाय में प्रिया ने 89.2 % अंक लेकर टॉप किया है I विज्ञान संकाय में जेसमीन ने 89% अंक लेकर टॉप किया है I उन्होंने बताया की 1 बच्चे ने 90% से अधिक अंक हासिल किये है ,15 बच्चों ने 80% से 90% तक अंक हासिल किये हैं ,21 बच्चों ने 70% से 80% तक अंक हासिल किये हैं ,20 बच्चों ने 60% से 70% तक अंक हासिल किये हैं और 4 बच्चों ने 50% से 60% तक अंक हासिल किये हैं I विद्यालय आने पर इन सभी बच्चों को विद्यालय अध्यक्ष , प्रधानाचार्य और मुख्याध्यापिका ने मिठाई खिलाकर सम्मानित किया I सभी बच्चों ने दृढ़ संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करके उत्कृष्टता की मिसाल कायम की है I अतः विद्यालय प्रबंधन, पीटीए अध्यक्ष, स्टाफ और विद्यार्थियों की ओर से सभी मेधावी बच्चों और उनके अभिभावकों को बहुत-बहुत बधाई I विद्यालय प्रधानाचार्य और मुख्याध्यापिका ने बछ्कों को संबोधित करते हुए कहा की इस परीक्षा परिणाम का श्रेय परमात्मा के आशीर्वाद , प्रबन्धन द्वारा दी गई समय-समय पर परामर्श और अध्यापकों के अथक प्रयासों और बच्चों की कड़ी मेहनत और आप सभी अभिभावकों के पूर्ण सहयोग को जाता है I माँ सरस्वती का धन्यवाद और भविष्य में भी माँ सरस्वती अपना आशीर्वाद बनाए रखें I बी एल स्कूल को लगातार 30 वर्षों से अच्छे परीक्षा परिणाम देते हुए हिमाचल प्रदेश में A ग्रेड का दर्जा मिला हुआ है Iइस विद्यालय के बच्चे अच्छे परीक्षा परिणाम दे कर व् खेल कूद व् अन्य गतिविधियों में भाग लेकर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपने विद्यालय का , माता-पिता का और इलाके का नाम रोशन कर रहे है और समाज में एक अच्छे आदर्श नागरिक बन कर उभर रहे हैं तथा देश-विदेश में अपनी सेवाएँ दे रहे है I

  • समाजसेवी सुदर्शन शर्मा ने दाड़वा स्कूल को भेंट किये पंखे

    समाजसेवी सुदर्शन शर्मा ने दाड़वा स्कूल को भेंट किये पंखे

    कुठाड़
    पवन कुमार सिंघ

    कुठाड़ से संबध रखने वाले समाजसेवी सुदर्शन शर्मा ने दाड़वा पंचायत के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में छात्रों के लिए पंखे दान किए हैं। वह सामाजिक कार्यों और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे रहते हैं। कोरोना काल में भी उन्होंने कई राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

    विद्यालय के प्रधानाचार्य भूपेंद्र कुमार, प्रवक्ता लाल चंद और सोहन लाल सहित अन्य शिक्षकों और एसएमसी सदस्यों ने उनके इस कार्य की सराहना की है। साथ ही पंचायत दाड़वा के प्रधान रमेश ठाकुर और उप प्रधान हीरालाल ने भी उनके इस पुनीत कार्य की प्रशंसा की है। सुदर्शन शर्मा की समाज सेवा की पहल को देखते हुए उनकी प्रशंसा हो रही है।

  • हनुमान लंका प्रवेश व हनुमान विभीषण मिलन

    हनुमान लंका प्रवेश व हनुमान विभीषण मिलन

    संक्षिप्त रामायण(भार्गव)

    हनुमान लंका प्रवेश

    सामने एक विशाल पर्वत देखकर हनुमान्‌जी भय त्यागकर उस पर दौड़कर जा चढ़े। पर्वत पर चढ़कर उन्होंने लंका देखी। बहुत ही बड़ा किला है, कुछ कहा नहीं जाता। वह अत्यंत ऊँचा है, उसके चारों ओर समुद्र है। और सोने का बना हुआ है। हनुमान्‌जी ने मन में विचार किया कि अत्यंत छोटा रूप धरकर और रात के समय नगर में प्रवेश करूँ।

    मसक समान रूप कपि धरी। लंकहि चलेउ सुमिरि नरहरी। हनुमान जी ने मच्छर के समान छोटा सा रूप बना लिया लंका के द्वार पर पहुंचे।

    हनुमान लंकिनी

    नाम लंकिनी एक निसिचरी। सो कह चलेसि मोहि निंदरी। वहां पर लंकिनी नामक राक्षसी रहती थी। वह बोली- मुझसे बिना पूछे कहाँ जा रहा है।

    उसने कहा की मैं चोरों को खाती हूँ। हनुमान जी बोले मैं जानता हूँ। यहाँ काम करने वाले कम हैं और खाने वाले ज्यादा हैं। लंकिनी बोली तू चोर की तरह आया है इसलिए मैं तुझे खाऊँगी।

    हनुमान जी बोले फिर सबसे बड़ा चोर तो लंका का राजा है जिसने हमारी माता को चुराया है। महाकपि हनुमान्‌जी ने उसे एक घूँसा मारा, जिससे वह खून की उलटी करती हुई पृथ्वी पर ल़ुढक पड़ी।

    वह डर के हाथ जोड़ कर बोली- मेरे बड़े पुण्य हैं, जो मैं श्री रामचंद्रजी के दूत को नेत्रों से देख पाई। अयोध्यापुरी के राजा श्री रघुनाथजी को हृदय में रखे हुए नगर में प्रवेश करके सब काम कीजिए। उसके लिए विष अमृत हो जाता है, शत्रु मित्रता करने लगते हैं, समुद्र गाय के खुर के बराबर हो जाता है, अग्नि में शीतलता आ जाती है। और हे गरुड़जी! सुमेरु पर्वत उसके लिए रज के समान हो जाता है, जिसे श्री रामचंद्रजी ने एक बार कृपा करके देख लिया। तब हनुमान्‌जी ने बहुत ही छोटा रूप धारण किया और भगवान्‌ का स्मरण करके नगर में प्रवेश किया।

    उन्होंने एक-एक महल की खोज की। जहाँ-तहाँ असंख्य योद्धा देखे। फिर वे रावण के महल में गए। वह अत्यंत विचित्र था, जिसका वर्णन नहीं हो सकता। रावण उस समय सो रहा था लेकिन महल में जानकीजी नहीं दिखाई दीं

    हनुमान विभीषण मिलन

    फिर एक सुंदर महल दिखाई दिया। उसमें भगवान्‌ का एक अलग मंदिर बना हुआ था। उस महल में श्री रामजी के आयुध के चिह्नों से अंकित था, उसकी शोभा वर्णन नहीं की जा सकती। वहाँ नवीन-नवीन तुलसी के वृक्ष-समूहों को देखकर कपिराज श्री हनुमान्‌जी हर्षित हुए।

    हनुमान जी बोले कहीं मैं लंका से बाहर तो नही आ गया। यहाँ भगवान राम का मंदिर है तुलसी जी लगी हुई हैं। हनुमान्‌जी मन में इस प्रकार तर्क करने लगे। उसी समय विभीषणजी जागे। विभीषण के महल के द्वार पर एक ओर रा लिखा हुआ है और दूसरी ओर म लिखा हुआ है। राम लिखा हुआ है।

    विभीषण ने राम नाम का जप किया। हनमान्‌जी ने उन्हें सज्जन जाना और हृदय में हर्षित हुए। हनुमान्‌जी ने विचार किया कि मुझे इनके बारे में जानना होगा की ये कौन हैं?

    ब्राह्मण का रूप धरकर हनुमान्‌जी ने उन्हें पुकारा। सुनते ही विभीषणजी उठकर वहाँ आए। प्रणाम करके कुशल पूछी हे ब्राह्मणदेव! आप अपने बारे में बताइये?

    क्या आप हरिभक्तों में से कोई हैं? क्योंकि आपको देखकर मेरे हृदय में अत्यंत प्रेम उमड़ रहा है। या आप दीनों पर दया करने वाले स्वयं श्री रामजी ही हैं जो मुझे घर-बैठे दर्शन देकर कृतार्थ करने आए हैं?

    तब हनुमान जी ने श्री रामचंद्रजी की सारी कथा कहकर अपना नाम बताया। तब हनुमंत कही सब राम कथा निज नाम।

    अब दोनों के मन में प्रेम उमड़ आया है।

    विभीषणजी ने कहा- हे पवनपुत्र! मैं यहाँ वैसे ही रहता हूँ जैसे दाँतों के बीच में बेचारी जीभ। भगवान श्री रामचंद्रजी क्या कभी मुझ पर कृपा करेंगे?

    अब मोहि भा भरोस हनुमंता। बिनु हरिकृपा मिलहिं नहिं संता। हे हनुमान्‌! अब मुझे विश्वास हो गया कि श्री रामजी की मुझ पर कृपा है, क्योंकि हरि की कृपा के बिना संत नहीं मिलते।

    विभीषण जी कहते हैं हे हनुमान! मुझे तुम मिल गए हो तो राम जी भी मिल जायेंगे। इसलिए तुम मुझे जगत पिता रामजी से मिलवा दो।

    हनुमान जी कहते हैं- जरूर मिलवाउंगा, लेकिन पहले तुम मुझे माता से मिलवा दो। फिर मैं पिताजी से मिलवा दूंगा।

    तब हनुमंत कहा सुनु भ्राता। देखी चहउँ जानकी माता। हनुमान्‌जी ने कहा- हे भाई सुनो, मैं जानकी माता को देखना चाहता हूँ।

  • कैसा रहेगा आज आपका दिन, पढ़ें संपूर्ण राशिफल

    कैसा रहेगा आज आपका दिन, पढ़ें संपूर्ण राशिफल

    राशिफल (भार्गव)

    मेष
    19-05-2025

    ♈ मेष :

    कार्यस्थल पर अंतिम मिनट में लिए गए निर्णय कार्यशैली में बदलाव ला सकते हैं। आज आप में से कुछ बहुप्रतीक्षित सफलता प्राप्त करेंगे। आज आप प्रतिबद्धताओं से घिरे रह सकते हैं। किन्तु शुभ स्वास्थ्य हेतु तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें। आज आपको परिवार और व्यापार में संतुलन बनाने की आवश्यकता पड़ सकती है। इसके साथ आप समाज में आपकी भूमिका, रिश्तेदारों की शादी के लिए सहायता, या अन्य कार्यों में भी सक्रिय रहेंगे।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 5

    भाग्यशाली रंग: नीला रंग

     

    वृष
    19-05-2025

    ♉वृषभ :

    आज आप सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। आपसी विश्वास और सहजता के सहारे आपके संबंधों में मजबूती आयेगी। मेहनत के परिणाम जल्द ही आपको मिलेंगे। इस राशि की महिलाओं को आज के दिन कोई खुशखबरी मिलने वाली है। करियर के लिए दिन मील का पत्थर साबित होगा। सफलता आपके कदम चूमेगी। ऑफिस में सबके साथ संबंध बेहतर बने रहेंगे। आपके मन की इच्छा पूरी होगी। घर में सुख-शांति बनी रहेगी। ब्राह्मण को कुछ दान करें, रिश्ते बेहतर होंगे।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 8

    भाग्यशाली रंग: गहरा हरा

     

    मिथुन
    19-05-2025

    ♊ मिथुन :

    आज आपकी लोकप्रियता में वृद्धि संभव है। इस अवधि के दौरान व्यावसायिक संदर्भ में कुछ छोटी दूरी की यात्राएं हो सकती हैं। आपके द्वारा अपनी पूरी कार्य क्षमता का प्रयोग हर हाल में सफल बनाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में रहने वाले जातक सफलता पाएंगे। प्रेम संबंधों के लिए समय शुभ नही है। आपको अपने जीवनसाथी का ख्याल रखने की जरुरत है। भाई-बहनों के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं। आप में से कुछ को ह्रदय की समस्या परेशान कर सकती है।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 6

    भाग्यशाली रंग: नीला रंग

     

    कर्क
    19-05-2025

    ♋ कर्क :

    आज किसी काम में आपको जल्दबाजी करने से बचना चाहिए। माता-पिता के साथ किसी धार्मिक स्थान पर दर्शन के लिए जायेंगे। व्यापार में आपको उम्मीद से कुछ कम ही लाभ मिल पायेगा। आपके लिए कोई फैसला करना कठिन हो सकता है। आज किसी दूसरे व्यक्ति पर अपने काम को थोपने से आपको बचना चाहिए। अपना काम खुद से पूरा करने की कोशिश करें। इससे आपको अपने काम का क्रेडिट मिलेगा। दोस्तों से होने वाली कुछ जरूरी मुलाकातें आज फायदेमंद हो सकती है। मंदिर में चना दाल दान करें, आपकी सभी परेशानियाँ दूर होगी।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर

    भाग्यशाली संख्या: 5

    भाग्यशाली रंग: पीला रंग

     

    सिंह
    19-05-2025

    ♌ सिंह :

    आप महत्वाकांक्षी उद्यम में प्रवेश कर सकते हैं। यह आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित होगा। यदि आप उच्च अध्ययन, नौकरी या व्यवसाय के लिए विदेश जाना चाहते हैं। तो आपको स्वयं के प्रयासों से सफलता मिलेगी। व्यापार में शामिल लोग किसी पुराने मित्र की मदद ले सकते हैं। राजनीति या सामाजिक कार्यों से जुड़े लोग खुद को दृढ़ता से स्थापित करेंगे। धन संबंधी मामले आसानी से आगे बढ़ेंगे और आप अच्छा मुनाफा भी कमाएंगे। पारिवारिक सन्दर्भ में आप अपने परिवार के सुखमय जीवन के लिए भौतिक वस्तुओं पर भी खर्च करेंगे।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 7

    भाग्यशाली रंग: गहरा नीला

     

    कन्या

    19-05-2025

    ♍ कन्या :

    आज आप काम के प्रति बेहद एक्टिव रहेंगे। आप खुद को ताजगी से भरा हुआ महसूस करेंगे। जरूरतमंद की मदद के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। आपको इससे फायदा भी जरूर होगा। आज आपका पॉजिटिव व्यवहार लोगों को प्रभावित कर देगा। किसी जरुरी कामकाज से भागदौड़ करनी पड़ सकती है, लेकिन काम में सफलता भी जरूर मिलेगी। कृषि के क्षेत्र से जुड़े लोगों को धन लाभ होगा। उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। मीडिया से जुड़े लोगों के लिये भी आज का दिन लाभदायक रहने वाला है। माता-पिता का आशीर्वाद लें, सभी काम बनते नज़र आयेंगे।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 3

    भाग्यशाली रंग: नारंगी रंग

     

    तुला
    19-05-2025

    ♎ तुला :

    छात्रों को सामान्य से अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, फिर भी वे अपने निरंतर प्रयासों से सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आपको अध्ययन के प्रति अपने दृष्टिकोण में अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा। यदि आप नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो आपके रास्ते में बहुत सारे अवसर हो सकते हैं और यहां तक कि चुनने के लिए विकल्प भी हो सकते हैं। महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए दूसरों पर निर्भर रहना आपको परेशानी में डाल सकता है। परिवार की महिला सदस्य आपकी समस्याओं को कुछ हद तक सुलझाने में आपकी मदद कर सकती है।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 4

    भाग्यशाली रंग: ग्रे रंग

     

    वृश्चिक
    19-05-2025

    ♏ वृश्चिक :

    आज खुद को ऊर्जावान महसूस करेंगे। बीटेक स्टूडेंट्स के लिए दिन शानदार रहने वाला है। प्रेम-प्रसंग में आपको सफलता मिलेगी। आपका दाम्पत्य जीवन बेहतर रहेगा। मन खुशियों से भरा रहेगा। आपके आसपास बच्चों की चहल-पहल रहेगी। आपको एक साथ कई काम संभालने पड़ सकते हैं, लेकिन परिवार के साथ मिलकर आप सब कुछ अच्छे से मैनेज कर लेंगे। आपको व्यवसाय के नए अवसर प्राप्त होंगे। आपकी धन सम्पत्ति में वृद्धि होगी। जरूरतमंद को वस्त्र दान करें, आपकी सभी इच्छाएं पूरी होगी।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर

    भाग्यशाली संख्या: 8

    भाग्यशाली रंग: हरा रंग

     

    धनु
    19-05-2025

    ♑ धनु :

    किसी संदेहजनक प्रोजेक्ट में हाथ न डालें वरना आप खुद को कानूनी पचड़ों से घिरा पा सकते है। अपने सामाजिक संपर्कों को मजबूत करने के लिए अपने आकर्षण और शिष्टता का उपयोग करें। आपकी आर्थिक और व्यावसायिक स्थिति में सुधार होगा। पैतृक संपत्ति प्राप्ति आपके सुख में इजाफा करेगी। पारिवारिक सदस्यों से असहमति के कारण मन अनिश्चितताओं और अवांछित तनावों से भरा होगा। माँ की सेहत का ख्याल रखें और नियमित जांच के लिए उन्हें ले जाना न भूलें।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 3

    भाग्यशाली रंग: हल्का नीला

     

    मकर
    19-05-2025

    ♑ मकर :

    आज किसी काम को करते समय अपने मन को शांत रखें। इससे काम आसानी से पूरा होगा। आज पैसों से जुड़े बड़े फैसले आपको सोच-समझकर लेने चाहिए। आपको किस्मत के भरोसे बिल्कुल नहीं रहना चाहिए। नौकरीपेशा लोगों को अपनी मनचाही जगह पर ट्रांसफर के लिये अभी थोड़ी और मेहनत करनी पड़ सकती है। मैकेनिकल इंजीनियर्स के लिए दिन सामान्य रहने वाला है। मेहनत के अनुसार ही आपको काम में सफलता मिलेगी। शत्रु पक्ष आपसे दूरियां बनाकर रहेंगे। बहते जल में तिल प्रवाहित करें, आपको अच्छे फल जरूर मिलेंगे।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 2

    भाग्यशाली रंग: पीला रंग

     

    कुंभ
    19-05-2025

    ♒ कुंभ :

    प्रियजनों के साथ समय बिताना आनंददायक रहेगा। व्यवसायी संदर्भ में आज आप महसूस कर सकते हैं कि आपके पास बहुत अधिक काम है। किन्तु उसे पूरा करने के लिए समय बहुत कम है। व्यावसायिक, आर्थिक और सामाजिक प्रतिबद्धता का आपके आदेशों पर एक मजबूत प्रभाव पड़ेगा। आगे बढ़ने की संभावनाएं और बढ़ेंगी। भाई-बहनों की सामाजिक स्थिति में अप्रत्याशित और अचानक वृद्धि होगी। प्रेमी युगलों के लिए आज का दिन शुभ नही है। कुछ अनिष्ट घट सकता है। यह घटना आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 9

    भाग्यशाली रंग: सफ़ेद रंग

     

    मीन
    19-05-2025

    ♓ मीन :

    आज आपका दिन खुशियों से भरा रहेगा। आपका कोई खास काम आसानी से पूरा होगा। बिजनेसमैन के लिए दिन फायदेमंद रहने वाला है। कोई दोस्त आपसे घर पर मिलने आ सकता है। रोजगार के मामले में आप किसी जानकर व्यक्ति से सलाह लेंगे। आज दूसरों की मदद के जरिए आपको भी काम के कुछ नए मौके मिलेंगे। जीवनसाथी के करियर में अचानक बदलाव आने की संभावना है। ये बदलाव उनके लिये लाभदायी होंगे। धन लाभ के योग बन रहे हैं। आज आपकी सोच और विचारों में नयापन आयेगा। आपका ध्यान नियमित कामकाज को निपटाने में रहेगा। गाय को रोटी खिलाएं, रोजगार में बढ़ोतरी होगी।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर

    भाग्यशाली संख्या: 1

    भाग्यशाली रंग: नारंगी रंग

  • ग्राम पंचायत गयाना में चलाया गया एचआईवी जागरूकता अभियान

    ग्राम पंचायत गयाना में चलाया गया एचआईवी जागरूकता अभियान

    दाड़लाघाट

    उपमंडल अर्की की ग्राम पंचायत गयाना के गांव कश्यालू में महिलाओं के लिए एक विशेष एचआईवी एड्स जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं को एचआईवी संक्रमण उसके बचाव और सुरक्षित मातृत्व के विषय में जानकारी देना था। कार्यक्रम के दौरान परामर्श विशेषज्ञ डॉक्टर विजय कुमार शांडिल ने महिलाओं को एचआईवी एड्स से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह संक्रमण कैसे फैलता है इसके क्या क्या लक्षण होते हैं और गर्भवती महिलाओं को किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। शांडिल ने यह भी बताया कि समय पर जांच और सही इलाज से एचआईवी संक्रमित महिलाएं भी एक स्वस्थ शिशु को जन्म दे सकती है। उन्होंने महिलाओं को एचआईवी जांच के लिए भी प्रेरित किया और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। उपस्थित महिलाओं ने कार्यक्रम को अत्यंत लाभकारी बताया और कहा कि भविष्य में भी इस तरह की जानकारी पूर्ण पहलुओं पर चर्चा होनी चाहिए । जिससे कि सभी एचआईवी संक्रमण से सुरक्षित रह सके। यह जागरूकता अभियान न केवल एक स्वास्थ्य कार्यक्रम था बल्कि महिलाओं की सशक्तिकरण और सुरक्षित मातृत्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगा। इस जागरूकता कार्यक्रम में क्षेत्र की लगभग 40 महिलाओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया शांडिल ने महिलाओं को यह भी बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षित व्यवहार रखना चाहिए तभी हम अपने आप को अपने परिवार को तथा समाज को एचआईवी संक्रमण से बचा सकते हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि किसी भी व्यक्ति के साथ जो एचआईवी संक्रमित है किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। इन लोगों को भी एक उचित देखभाल की आवश्यकता पड़ती है और यदि कोई एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ भेदभाव करता है तो उसे एचआईवी एड्स प्रीवेंशन एंड कंट्रोल एक्ट 2017 के तहत दंड देने का प्रावधान भी है।

  • सीता हनुमान मिलन कहानी – हनुमान जी का समुद्र पार जाना

    सीता हनुमान मिलन कहानी – हनुमान जी का समुद्र पार जाना

    संक्षिप्त रामायण(भार्गव)

    सीता हनुमान मिलन कहानी – हनुमान जी का समुद्र पार जाना

    अब तक आपने पढ़ा की सीता माता की खोज करते हुए सभी समुद्र तट पर आये हैं। सम्पाती ने सीता जी का पता बताता है। और सभी हनुमान जी से जाने के लिए कहते हैं। और यहाँ से सुंदरकांड प्रारम्भ हुआ है।

    तुलसीदास जी ने सुंदर भगवान श्री राम की स्तुति की है। फिर हनुमान जी को वंदन किया है।

    अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्‌। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।

    तुल बल के धाम, सोने के पर्वत के समान कान्तियुक्त शरीर वाले, दैत्य रूपी वन के लिए अग्नि रूप, ज्ञानियों में अग्रगण्य, संपूर्ण गुणों के निधान, वानरों के स्वामी, श्री रघुनाथजी के प्रिय भक्त पवनपुत्र श्री हनुमान्‌जी को मैं प्रणाम करता हूँ।

    जामवंत के बचन सुहाए। सुनि हनुमंत हृदय अति भाए। तब लगि मोहि परिखेहु तुम्ह भाई। सहि दुख कंद मूल फल खाई।

    जाम्बवान्‌ के सुंदर वचन सुनकर हनुमान्‌जी के हृदय को बहुत ही भाए। हे भाई! तुम लोग दुःख सहकर, कन्द-मूल-फल खाकर तब तक मेरी राह देखना।

    जब लगि आवौं सीतहि देखी। होइहि काजु मोहि हरष बिसेषी। यह कहि नाइ सबन्हि कहुँ माथा । चलेउ हरषि हियँ धरि रघुनाथा।

    जब तक मैं सीताजी को देखकर न आऊँ। काम अवश्य होगा, क्योंकि मुझे बहुत ही हर्ष हो रहा है। यह कहकर और सबको मस्तक नवाकर तथा हृदय में श्री रघुनाथजी को धारण करके हनुमान्‌जी हर्षित होकर चले।

    समुद्र के किनारे पर एक सुंदर पर्वत था। हनुमान जी कूदकर उसके ऊपर चढ़ गए। और बार-बार श्री राम श्री राम का स्मरण किया और हनुमान जी ने छलांग लगा दी। जिस पर्वत पर हनुमान्‌जी पैर रखकर उछले, वह तुरंत ही पाताल में धँस गया। और हनुमान जी ऐसे चले हैं जैसे श्री रघुनाथजी का अमोघ बाण चलता है, उसी तरह हनुमान्‌जी चले।

    रस्ते में मैनाक पर्वत आये हैं और हाथ जोड़कर हनुमान जी कहते हैं- हनुमान जी आप थक गए होंगे इसलिए थोड़ा विश्राम कर लीजिये।

    हनुमान जी कहते हैं – राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ बिश्राम। श्री रामचंद्रजी का काम किए बिना मुझे विश्राम कहाँ

    सुरसा हनुमान

    अब देवताओं ने हनुमान जी की परीक्षा लेने के लिए सुरसा नामक सर्पों की माता को भेजा। उसने आकर हनुमान्‌जी से यह बात कही- आज देवताओं ने मुझे भोजन दिया है।

    हनुमान जी कहते हैं – माता! रामजी का कार्य करके मैं लौट आऊँ और सीताजी की खबर प्रभु को सुना दूँ, तब मैं आकर तुम्हारे मुँह में घुस जाऊँगा और तुम मुझे खा लेना।

    लेकिन सुरसा ने जाने से मना कर दिया। हनुमान्‌जी ने कहा- तो फिर मुझे मुह खोलकर खा लो॥

    उसने योजनभर मुँह फैलाया। तब हनुमान्‌जी ने अपने शरीर को उससे दूना बढ़ा लिया। उसने सोलह योजन का मुख किया। हनुमान्‌जी तुरंत ही बत्तीस योजन के हो गए॥ जैसे-जैसे सुरसा मुख का विस्तार बढ़ाती थी, हनुमान्‌जी उसका दूना रूप दिखलाते थे। उसने सौ योजन मुख किया। तब हनुमान्‌जी ने बहुत ही छोटा रूप धारण कर लिया॥ और उसके मुख में घुसकर फिर बाहर निकल आए और उसे सिर नवाकर विदा माँगने लगे।

    अब ये बोली- राम काजु सबु करिहहु तुम्ह बल बुद्धि निधान। आसिष देइ गई सो हरषि चलेउ हनुमान॥

    तुम श्री रामचंद्रजी का सब कार्य करोगे, क्योंकि तुम बल-बुद्धि के भंडार हो। यह आशीर्वाद देकर वह चली गई, तब हनुमान्‌जी हर्षित होकर चले॥

    समुद्र में एक राक्षसी रहती थी। ये जीव-जंतुओं की पानी में परछाई देखकर उन्हें पकड़ लेती थी और खा जाया करती थी। उसने हनुमान्‌जी की भी परछाई पकड़ ली। हनुमान्‌जी ने तुरंत ही उसका कपट पहचान लिया॥ और उसे मार कर समुद्र के पार गए। अब हनुमान जी लंका पहुंच गए हैं।

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    संक्षिप्त रामायण(भार्गव)

    सीता हनुमान मिलन कहानी – हनुमान जी का समुद्र पार जाना

    अब तक आपने पढ़ा की सीता माता की खोज करते हुए सभी समुद्र तट पर आये हैं। सम्पाती ने सीता जी का पता बताता है। और सभी हनुमान जी से जाने के लिए कहते हैं। और यहाँ से सुंदरकांड प्रारम्भ हुआ है।

    तुलसीदास जी ने सुंदर भगवान श्री राम की स्तुति की है। फिर हनुमान जी को वंदन किया है।

    अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्‌। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।

    तुल बल के धाम, सोने के पर्वत के समान कान्तियुक्त शरीर वाले, दैत्य रूपी वन के लिए अग्नि रूप, ज्ञानियों में अग्रगण्य, संपूर्ण गुणों के निधान, वानरों के स्वामी, श्री रघुनाथजी के प्रिय भक्त पवनपुत्र श्री हनुमान्‌जी को मैं प्रणाम करता हूँ।

    जामवंत के बचन सुहाए। सुनि हनुमंत हृदय अति भाए। तब लगि मोहि परिखेहु तुम्ह भाई। सहि दुख कंद मूल फल खाई।

    जाम्बवान्‌ के सुंदर वचन सुनकर हनुमान्‌जी के हृदय को बहुत ही भाए। हे भाई! तुम लोग दुःख सहकर, कन्द-मूल-फल खाकर तब तक मेरी राह देखना।

    जब लगि आवौं सीतहि देखी। होइहि काजु मोहि हरष बिसेषी। यह कहि नाइ सबन्हि कहुँ माथा । चलेउ हरषि हियँ धरि रघुनाथा।

    जब तक मैं सीताजी को देखकर न आऊँ। काम अवश्य होगा, क्योंकि मुझे बहुत ही हर्ष हो रहा है। यह कहकर और सबको मस्तक नवाकर तथा हृदय में श्री रघुनाथजी को धारण करके हनुमान्‌जी हर्षित होकर चले।

    समुद्र के किनारे पर एक सुंदर पर्वत था। हनुमान जी कूदकर उसके ऊपर चढ़ गए। और बार-बार श्री राम श्री राम का स्मरण किया और हनुमान जी ने छलांग लगा दी। जिस पर्वत पर हनुमान्‌जी पैर रखकर उछले, वह तुरंत ही पाताल में धँस गया। और हनुमान जी ऐसे चले हैं जैसे श्री रघुनाथजी का अमोघ बाण चलता है, उसी तरह हनुमान्‌जी चले।

    रस्ते में मैनाक पर्वत आये हैं और हाथ जोड़कर हनुमान जी कहते हैं- हनुमान जी आप थक गए होंगे इसलिए थोड़ा विश्राम कर लीजिये।

    हनुमान जी कहते हैं – राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ बिश्राम। श्री रामचंद्रजी का काम किए बिना मुझे विश्राम कहाँ?

    हनुमान जी उस पर्वत को हाथ से छू कर फिर चले हैं।

    सुरसा हनुमान

    अब देवताओं ने हनुमान जी की परीक्षा लेने के लिए सुरसा नामक सर्पों की माता को भेजा। उसने आकर हनुमान्‌जी से यह बात कही- आज देवताओं ने मुझे भोजन दिया है।

    हनुमान जी कहते हैं – माता! रामजी का कार्य करके मैं लौट आऊँ और सीताजी की खबर प्रभु को सुना दूँ, तब मैं आकर तुम्हारे मुँह में घुस जाऊँगा और तुम मुझे खा लेना।

    लेकिन सुरसा ने जाने से मना कर दिया। हनुमान्‌जी ने कहा- तो फिर मुझे मुह खोलकर खा लो॥

    उसने योजनभर मुँह फैलाया। तब हनुमान्‌जी ने अपने शरीर को उससे दूना बढ़ा लिया। उसने सोलह योजन का मुख किया। हनुमान्‌जी तुरंत ही बत्तीस योजन के हो गए॥ जैसे-जैसे सुरसा मुख का विस्तार बढ़ाती थी, हनुमान्‌जी उसका दूना रूप दिखलाते थे। उसने सौ योजन मुख किया। तब हनुमान्‌जी ने बहुत ही छोटा रूप धारण कर लिया॥ और उसके मुख में घुसकर फिर बाहर निकल आए और उसे सिर नवाकर विदा माँगने लगे।

    अब ये बोली- राम काजु सबु करिहहु तुम्ह बल बुद्धि निधान। आसिष देइ गई सो हरषि चलेउ हनुमान॥

    तुम श्री रामचंद्रजी का सब कार्य करोगे, क्योंकि तुम बल-बुद्धि के भंडार हो। यह आशीर्वाद देकर वह चली गई, तब हनुमान्‌जी हर्षित होकर चले॥

    समुद्र में एक राक्षसी रहती थी। ये जीव-जंतुओं की पानी में परछाई देखकर उन्हें पकड़ लेती थी और खा जाया करती थी। उसने हनुमान्‌जी की भी परछाई पकड़ ली। हनुमान्‌जी ने तुरंत ही उसका कपट पहचान लिया॥ और उसे मार कर समुद्र के पार गए। अब हनुमान जी लंका पहुंच गए हैं।

  • कैसा रहेगा आज आपका दिन,पढ़ें अपना सम्पूर्ण राशिफ़ल

    कैसा रहेगा आज आपका दिन,पढ़ें अपना सम्पूर्ण राशिफ़ल

    राशिफल (भार्गव)

    मेष
    18-05-2025

    ♈ मेष :

    इच्छाशक्ति की कमी आपको भावनात्मक और मानसिक परेशानियों में फँसा सकती है। अगर आप आय में वृद्धि के स्रोत खोज रहे हैं, तो सुरक्षित आर्थिक परियोजनाओं में निवेश करें। घर में तालमेल बनाए रखने के लिए साथ में मिलकर काम करें। आप प्रेम की आग में धीरे-धीरे ही सही, लेकिन लगातार जलते रहेंगे। अपनी सुस्त और हतोत्साहित मनःस्थिति के चलते आप दफ़्तर में विवाद का केंद्र बन सकते हैं। अगर आप ख़रीदारी पर जाएँ तो ज़रूरत से ज़्यादा जेब ढीली करने से बचें। मुमकिन है कि महरी या काम वाली बाई की तरफ़ से कोई परेशानी खड़ी हो, जिससे आपके व आपके जीवनसाथी को तनाव संभव है।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर

    भाग्यशाली संख्या: 9

    भाग्यशाली रंग: नारंगी रंग

     

    वृष
    18-05-2025

    ♉वृषभ :

    आपके ज्यादातर काम पूरे हो सकते हैं। अचानक कोई अच्छी खबर या आइडिया आपको मिल सकता है। कुछ ऐसी बातें या चीजें आपके सामने आएंगी जो आपको आने वाले दिनों में बड़ा फायदा दे सकती हैं। किसी के साथ अनबन चल रही है, तो आपकी सुलह हो सकती है। आपको किस्मत का साथ मिल सकता है और रुका हुआ पैसा भी मिलने के योग हैं। पार्टनर के साथ कहीं घूमने जा सकते हैं। लव लाइफ के उलझे हुए मामले आज सुलझ सकते हैं। वाणी पर संयम रखें। स्टूडेंट्स फालतू बातों में न उलझें।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 2

    भाग्यशाली रंग: पीला रंग

     

    मिथुन
    18-05-2025

    ♊ मिथुन :

    आपका दिन अनुकूल रहने वाला है।आज आप अपने भविष्य की रूप रेखा बनायेंगे। वर्क फ्रॉम होम कर रहे लोगों को आज अपने जूनियर से सहायता लेनी पड़ेगी। फिजूल के खर्चे कम होने से आपकी आर्थिक स्थिति और मजबूत रहेगी। छात्र किसी सवाल का जवाब ऑनलाइन जानने की कोशिश करेंगे। आपका अनुभव आज पूरे दिन आपको सफलता दिलाता रहेगा। जबरदस्ती पढ़ाई में मन लगाना पड़ सकता है। पुराने रोग भी दूर हो सकते हैं। आपकी सेहत पहले से ठीक रहेगी।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 9

    भाग्यशाली रंग: सफ़ेद रंग

     

    कर्क
    18-05-2025

    ♋ कर्क :

    किसी ऐसे के साथ परस्पर संवाद की कमी जिसका आपको बहुत ख़याल है, आपको तनाव दे सकती है। आपका हमदम आपको पूरे दिन याद करता रहेगा। उसे कोई प्यारा सरप्राइज़ देने की योजना बनाएँ और इसे उसके लिए एक ख़ूबसूरत दिन में तब्दील करने के बारे में सोचें। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि हो रहा है और तरक़्की साफ़ नज़र आ रही है। सामाजिक और धार्मिक समारोह के लिए बेहतरीन दिन है। वैवाहिक जीवन में स्नेह को दिखलाने का अपना महत्व है और इस चीज़ का अनुभव आज आप करेंगे।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 3

    भाग्यशाली रंग: हल्का नीला

     

    सिंह
    18-05-2025

    ♌ सिंह :

    प्रॉपर्टी के कामों से धन लाभ हो सकता है। बैंकिंग सेक्टर से जुड़े लोगों के लिए दिन अच्छा है। आप पूरे जोश में रहेंगे और अपनी बुद्धि का भी उपयोग करेंगे। आपके लिए दिन अच्छा है। धैर्य से काम लें। हर काम किसी पर पूरी तरह डिपेंड होकर न करें तो ही अच्छा है। पार्टनर की सेहत पर ध्यान दें। आपको थोड़ी दौड़-भाग करनी पड़ सकती है। कार्यक्षेत्र में दौड़-धूप होगी और आपकी परेशानी बढ़ सकती है। स्टूडेंट्स के लिए दिन नकारात्मक रहेगा। एक्स्ट्रा मेहनत भी आपको करनी पड़ सकती है।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर

    भाग्यशाली संख्या: 8

    भाग्यशाली रंग: हरा रंग

     

    कन्या
    18-05-2025

    ♍ कन्या :

    आज का दिन जीवन में सुनहरे पल लेकर आने वाला वाला है। दाम्पत्य जीवन में आपसी विश्वास के सहारे संबंधों में मजबूती आयेगी। आज आपकी वाणी ही आपका वरदान है। बुटीक का व्यवसाय करने वाली महिलाओं के लिए महिला आज का दिन राहतपूर्ण रहने वाला है। अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए घर के सदस्यों के साथ बैठ कर चर्चा करेंगे। साथ ही कुछ अच्छे आइडिया भी मिलेंगे। लवमेटस के लिए दिन सामान्य रहने वाला है।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 4

    भाग्यशाली रंग: ग्रे रंग

     

    तुला
    18-05-2025

    ♎ तुला :

    आज आपको आराम करने और क़रीबी दोस्तों व परिवार के साथ ख़ुशी के कुछ पल बिताने की ज़रूरत है। हालाँकि धन आपकी मुट्ठियों से आसानी से सरक जाएगा, लेकिन आपके अच्छे सितारे तंगी नहीं आने देंगे। अपने परिवार के साथ रुखा व्यवहार न करें। यह पारिवारिक शान्ति को भंग कर सकता है। ग़लतफ़हमी या कोई ग़लत संदेश आपका गर्मजोशी भरा दिन ठण्डा कर सकता है। रचनात्मक काम में लगे लोगों के लिए सफलता से भरा दिन है, उन्हें वह शौहरत और पहचान मिलेगी जिसकी उन्हें एक अरसे से तलाश थी। नए विचारों और आइडिया को जाँचने का बेहतरीन वक़्त।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 3

    भाग्यशाली रंग: नारंगी रंग

     

    वृश्चिक
    18-05-2025

    ♏ वृश्चिक :

    आज आप अपने काम में सकारात्मक बदलाव करने में कामयाब रहेंगे। खुद के लिए खरीददारी हो सकती है। दोस्तों और भाइयों से अचानक सहयोग मिल सकता है। नई योजनाएं भी बन सकती हैं। भागीदारी में आपके द्वारा लिए गए फैसले फायदेमंद होंगे। आपका परफॉर्मेंस अच्छा रहेगा। आसपास के लोग आपसे प्रभावित होंगे। आपकी पुरानी टेंशन खत्म हो सकती है। दिनभर मेहनत ज्यादा करनी होगी। किसी व्यक्ति से कुछ अनबन हो सकती है। बिजनेस में कोई छोटा या बड़ा फायदा हो सकता है। कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन भी आप कर सकते हैं।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 7

    भाग्यशाली रंग: गहरा नीला

     

    धनु
    18-05-2025

    ♑ धनु :

    आज आपका ज्यादा समय परिवार वालों के साथ बीतेगा। आपके दिनचर्या में बदलाव आयेगा। आज आप घर पर ही कुकिंग का आनंद उठाएंगे। विद्यार्थियों के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। मन में नई चीज़ों को जानने की उत्सुकता बनेगी। सामाजिक मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। राजनीति से जुड़े लोगों को सफलता मिलाने के योग बने हुए है। आज आप जीवनसाथी के मूल्य सम्मत मौलिक विचारों से बहुत प्रभावित होंगे। लवमेटस के लिए आज का दिन बहुत ही शानदार रहने वाला है।

    भाग्यशाली दिशा: उत्तर

    भाग्यशाली संख्या: 5

    भाग्यशाली रंग: पीला रंग

     

    मकर
    18-05-2025

    ♑ मकर :

    दीर्घावधि मुनाफ़े के नज़रिए से स्टॉक और म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना फ़ायदेमंद रहेगा। घर के माहौल की वजह से आप उदास हो सकते हैं। अपने दिल की बात ज़ाहिर करके आप ख़ुद को काफ़ी हल्का और रोमांचित महसूस करेंगे। आपको अपने भागीदार को आपकी योजना से जुड़े रहने के लिए मनाने में दिक़्क़त होगी। आज कुछ नया और सृजनात्मक करने के लिए अच्छा दिन है। आज के दिन जीवन साथी पर किया गया संदेह आने वाले दिनों में आपके वैवाहिक जीवन पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।

    भाग्यशाली दिशा: दक्षिण

    भाग्यशाली संख्या: 8

    भाग्यशाली रंग: गहरा हरा

     

    कुंभ
    18-05-2025

    ♒ कुंभ :

    आपकी महत्वाकांक्षा चरम पर रहेगी। बिजनेस या कार्यक्षेत्र संबंधित यात्रा होने के योग बन रहे हैं। कुछ लोग आपकी मेहनत से इंप्रेस हो सकते हैं। दूर स्थान के लोगों से आपके संबंध अच्छे रहेंगे। रोजमर्रा या परिवार के कामों में दौड़-भाग रहेगी। आपके सामने कामकाज बहुत रहेगा। मेहनत या किसी चीज की कमी के कारण परेशान हो सकते हैं। मेहनत के साथ काम भी ज्यादा होगा। प्रेम भी मिलेगा। संबंधों में सुधार होगा। जॉब के ऑफर भी मिलेंगे। आपकी सेहत अच्छी रहेगी। मेहनत के साथ थकान हो सकती है।

    भाग्यशाली दिशा: पश्चिम

    भाग्यशाली संख्या: 6

    भाग्यशाली रंग: नीला रंग

     

    मीन
    18-05-2025

    ♓ मीन :

    आज का दिन अच्छा रहने वाला है। ऑफिस का काम घर पर ही पूरा करने में व्यस्त रहेंगे। विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में लगेगा। दाम्पत्य जीवन में खुशियाँ आने से परिवार में उत्सव का माहौल बनेगा। लवमेटस के संबंधों में मिठास बढ़ेगी।

    भाग्यशाली दिशा: पूर्व

    भाग्यशाली संख्या: 5

    भाग्यशाली रंग: नीला रंग

  • जमा दो की परीक्षा में सनशाईन स्कूल रामपुर की अनन्या ने हिमाचल में टॉप 10 में बनाई जगह, 12वीं कक्षा का शानदार प्रदर्शन

    जमा दो की परीक्षा में सनशाईन स्कूल रामपुर की अनन्या ने हिमाचल में टॉप 10 में बनाई जगह, 12वीं कक्षा का शानदार प्रदर्शन

    रामपुर बुशहर
    सनशाईन सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से किसी भी मुक़ाम को पाया जा सकता है। कक्षा 12वीं के घोषित परिणामों में स्कूल की छात्रा अनन्या ने 472 अंक (94.4 प्रतिशत) प्राप्त कर स्कूल टॉपर बनने के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की टॉप 10 मेरिट लिस्ट में अपना स्थान बना लिया। वह पूरे राज्य में 10वां स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा बनी हैं। जो न केवल स्कूल बल्कि पूरे रामपुर के लिए गर्व का विषय है। अनन्या की यह उपलब्धि केवल उनके व्यक्तिगत परिश्रम की नहीं, बल्कि उनके परिवार, शिक्षकों और स्कूल के माहौल की भी जीत है। एक छोटे से शहर की बेटी ने प्रदेश के टॉपर्स में नाम दर्ज कर यह सिद्ध कर दिया कि काबिलियत को किसी सीमाओं की ज़रूरत नहीं होती। वहीं एतिका ने 93 प्रतिशत अंक लेकर स्कूल में दुसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं ख्वाहिश ने 92.4 प्रतिशत अंक लेकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं मानसी ने 91.8 प्रतिशत अंक लेकर चौथा स्थान हासिल किया। स्कूल की प्रधानाचार्य सुषमा माखैक ने कहा कि अनन्या की यह उपलब्धि पूरे स्कूल परिवार के लिए प्रेरणा है। वह सिर्फ एक होनहार छात्रा नहीं, बल्कि अनुशासन, धैर्य और निरंतरता की प्रतीक हैं। हम उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं। यह सफलता सिर्फ स्कूल या परिवार की नहीं, यह हर उस विद्यार्थी को प्रेरणा देती है जो कुछ बड़ा करने का सपना देखता है। मखैक ने सभी उतीर्ण हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

  • एस वी एन विद्यालय कुनिहार की छात्रा शगुन ने जमा दो की वार्षिक परीक्षा में प्रदेश में 10 वाँ स्थान हासिल कर रचा इतिहास। विद्यालय में पटाखे फोड़कर व मिठाइयां बांटकर मनाया जोरदार जश्न।

    एस वी एन विद्यालय कुनिहार की छात्रा शगुन ने जमा दो की वार्षिक परीक्षा में प्रदेश में 10 वाँ स्थान हासिल कर रचा इतिहास। विद्यालय में पटाखे फोड़कर व मिठाइयां बांटकर मनाया जोरदार जश्न।

    कुनिहार
    हिमाचल शिक्षा बोर्ड के जमा 2के परीक्षा परिणाम में कुनिहार के एस वी एन विद्यालय की छात्रा शगुन ने प्रदेश भर में 10 वाँ स्थान हासिल कर इतिहास रचा है। गौर रहे कि 2023 में 10 वीं की वार्षिक परीक्षा में भी शगुन ने प्रदेश भर में 10 वाँ स्थान हासिल किया था।

    टॉप टेन में जगह बनाने वाली एसवीएन कुनिहार की छात्रा शगुन ठाकुर ने कड़ी मेहनत से यह सफलता हासिल की है।
    एचपी बोर्ड के परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे छात्र-छात्राओं का शनिवार को खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जहां, शगुन ने जमा 2 कक्षा में पूरे प्रदेश में दसवां स्थान व कुनिहार क्षेत्र में टॉप किया है।
    शगुन ने 472/500 ,94.4 प्रतिशत अंक लाकर जिले के साथ साथ कुनिहार क्षेत्र व विद्यालय का नाम रोशन किया है। शगुन का फूलमालाओं व पटाखे फोड़कर जोरदार स्वागत किया गया।शगुन ठाकुर ने बातचीत में बताया कि उसने पांच से छह घंटे तक नियमित रूप से पढ़ाई की। जिसके चलते उसने यह मुकाम हासिल किया है।
    शगुन ने बताया कि उसका सपना आई एस ऑफिसर बनना है। छात्रा ने इसका श्रेय अपने अधयापकों , अपनी माता बंधु पाल व अपने मित्रों को दिया है। शगुन ने बताया कि उसने बिना ट्यूशन के ही घर पर रहकर पढ़ाई की है।
    शगुन के पिता इस दुनिया में नही है। व माता आंगनवाड़ी मे शिक्षिका है। शगुन का कहना है कि उनका लक्ष्य एक आई एस बनकर लोगों की सेवा करना है। वहीं विद्यालय चेयर मैन टीसी गर्ग ने कहा कि इस उपलब्धि के लिए विद्यालय अध्यापकों व अभिभावकों का बहुत बड़ा योगदान है जिनकी कड़ी मेहनत से एस वी एन विद्यालय निरंतर उपलब्धियां हासिल कर रहा है।जिसके लिए एस वी एन परिवार की ओर से सभी को बधाई देता हूं। चेयरमैन टीसी गर्ग ने शगुन को मिठाई खिलाकर 21 हजार रुपए देकर सम्मानित किया।शगुन की माता बंधु पाल ने कहा कि मुझे अपनी बेटी पर गर्व है।इसकी मेहनत व एस वी एन विद्यालय को इस उपलब्धि का श्रेय जाता है। एस वी एन विद्यालय हमेशा बच्चो के भविष्य की सोच के साथ खड़ा रहता है। वही इस मौके पर विद्यालय निदेशक लूपिन गर्ग पुष्पा गर्ग ,विद्यालय प्रधानाचार्य पदमनाभम ,रामेश्वर लाल, विद्यालय स्टाफ सहित बच्चे व अभिभावक गण मौजूद रहे